फ़ेसबुक के मुख्य ऐप में शॉर्ट वीडियो क्लिप्स बनाने वाले एक फ़ीचर की टेस्टिंग की जा रही है जो फ़ीड में दिखेगा. ग़ौरतलब है कि ये भारत के लिए ही है. चूँकि भारत में टिक टॉक काफ़ी पॉपुलर था और अब बैन हो चुका है.
फ़ेसबुक के लिए अभी भारत में टिक टॉक यूज़र्स को लुभाने का बेहतरीन मौक़ा है और कंपनी इसे किसी भी क़ीमत पर गवाना नहीं चाहेगी. चाहे इसके लिए कंपनी को टिक टॉक कॉपी ही क्यों न करना पड़े.
ये पहला मौक़ा नहीं है कि जब फ़ेसबुक दूसरे ऐप का फ़ीचर अपने ऐप में दे रही है. हाल ही में अमेरिकी सांसदों ने फ़ेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग पर दूसरे ऐप के फ़ीचर कॉपी करने और उन्हें बर्बाद करने का गंभीर आरोप लगाया है.
फ़ेसबुक के मेन ऐप के ऊपर कई यूज़र्स को शॉर्ट वीडियोज का ऑप्शन दिखना शुरू हो गया है. धीरे धीरे कंपनी इसका दायरा भी बढ़ा रही है. सोशल मीडिया एक्सपर्ट मैट नवारा ने ट्विटर पर हाल ही में रोनेट माइकल नाम के एक फ़ेसबुक यूज़र का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया था. इसमें शॉर्ट वीडियोज का ऑप्शन देखा जा सकता है. ये न्यूज़ फ़ीड में ही है.
इस फीचर के तहत शॉर्ट वीडियो में टेक्स्ट भी ऐज किया जा सकता है. इसके साथ ही टिक टॉक जैसे ही इसमें बैकग्राउंड म्यूज़िक ऐड किया जा सकता है.