Google I/O 2021: गूगल ने अपने सालाना इवेंट में Android 12 सहित सैकड़ों नए ऐलान किए हैं. लेकिन इनमें से कुछ चीजें खास रही हैं. अभी हम बात करेंगे गूगल के हेल्थ से जुड़े ऐलान के बारे में. दरअसल गूगल के इस वेब टूल के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा लिया गया है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड इस टूल से लोगों की स्किन, हेयर और नाखून की पहचान की जाएगी. कंपनी ने अपने इस इवेंट के दौरान इसका एक प्रिव्यू भी लोगों को दिखाया है. कंपनी ने उम्मीद जताई है कि इसी साल इसका पायलट लॉन्च कर दिया जाएगा.
Google के मुताबिक लोग अपने फोन कैमरा से स्किन पर जहां प्रॉब्लम है वहां की तस्वीर क्लिक कर सकते हैं. उदाहरण के तौर पर अघर हाथों में किसी तरह का दाग दिख रहा है या फिर जलन हो रही है तो आप वहां की फोटो क्लिक करके मदद ले सकते हैं.
फोटो क्लिक करने के बाद यूजर्स को कई तरह के सवालों का जवाब देना होगा. जैसे - क्या लक्षण हैं और स्किन टाइप क्या है वगैरह वगैरह.. अब इसके बाद यूजर्स को ये बताया जाएगा कि समस्या क्या है. हालांकि ये पूरी तरह सटीक नहीं होगा, लेकिन इससे संभावित कंडीशन जानने में मदद मिल सकेगी.
गूगल ने ये साफ कर दिया है कि ये किसी समस्या के डायग्नोस के लिए यानी उसकी जांच के लिए नहीं है. यानी असल इलाज या जांच डॉक्टर्स ही करेंगे, यहां बस आपको एक मोटे तौर पर आईडिया मिल सकता है कि स्किन में समस्या क्या है. इसके लिए 288 संभावित स्किन कंडीशन के साथ इस टूल को ट्रेन किया गया है ताकि स्किन देख कर ये टूल समस्या के बारे में बता सके.
गूगल हेल्थ के चीफ हेल्थ ऑफिसर Karen DeSalvo ने कहा है कि लोग अपनी त्वचा यानी स्किन से जुड़े सवाल के लिए गूगल के पास आते हैं. गूगल ने वर्ज को दिए एक इंटरव्यू में यहां तक कहा है कि हर साल स्किन कंडीशन से जुड़े 1 अरब क्वेरीज आती हैं. ये आंकड़ा बड़ा है. कंपनी इसे भुनाना चाहती है, इसलिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड नया फीचर आने वाला है.
कैसे काम करती है ये टेक्नोलॉजी
गूगल ने इसके लिए करोड़ों ऐसी फोटो से इस टूल को ट्रेन किया है जहां स्किन प्रॉब्लम दिखाई गई हैं. इनमें हजारों हेल्दी स्किन्स हैं और 65 हजार क्लिनिकल सेटिंग्स से हैं. स्किन को देखने के बाद और आपके द्वारा दिए गए लक्षण के बारे में जवाब के बाद ये टूल तय करता है कि स्किन में समस्या क्या है.
कंपनी के मुताबिक इसे 1,000 स्किन इमेज के साथ जब टेस्ट किया गया तो ये 84% टाइम स्किन प्रॉब्लम के बारे में जो टॉप-3 सजेशन देता है वो सही होता है. यानी ये कुछ हद तक आपको सटीक भी बता सकता है कि स्किन में क्या समस्या है. समय के साथ ये और सटीक होता जाएगा, क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के काम करने का तरीका ही ऐसा होता है
बहरहाल अब देखना दिलचस्प होगा कि इसे कंपन एक फीचर के तौर पर यूजर्स के लिए कब जारी करती है. क्या इसे लेकर भी प्राइवेसी का विवाद उठ सकता है? स्किन से जुड़े किस तरह के सवाल कंपनी पूछेगी ये इस बात पर भी निर्भर करेगा. फिलहाल इसके लिए कुछ समय का इंतजार करना पड़ेगा.