Pegasus स्पाईवेयर को लेकर काफी बहस हो रही है. इस स्पाईवेयर की मदद से लोगों की जासूसी की जा रही है. Pegasus स्पाईवेयर लगभग सभी फोन के ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम कर सकता है. काफी सेफ माने जाने वाला Apple भी Pegasus स्पाईवेयर से बच नहीं पाया. इसको लेकर अब Apple ने बयान जारी किया है.
Apple Security Engineering और Architecture हेड Ivan Krstic ने कहा है Apple पत्रकार, एक्टिविस्ट और दूसरे लोगों पर हो रहे इस तरह के साइबर अटैक की निंदा करता है. एक दशक से भी अधिक समय से Apple सिक्योरिटी इनोवेशन में काफी आगे रहा है. इस वजह से सिक्योरिटी रिसर्चर मानते हैं कि iPhone सबसे सेफ है.
Apple ने आगे कहा है कि आईफोन मोबाइल डिवाइस मार्केट में सबसे ज्यादा सिक्योर डिवाइस है. इस तरह के जो अटैक हुए हैं वो काफी जटिल है. इसको डेवलप करने के लिए करोड़ों रुपये खर्च करने होते हैं. इसका यूज किसी खास व्यक्ति को टारगेट करने में किया जाता है.
इसका मतलब ये ज्यादातर यूजर्स के लिए खतरनाक नहीं है. Apple ने कहा वो लगातार बिना थके काम कर रहे हैं ताकि सभी कस्टमर्स को सुरक्षित रख सकें. इसके लिए हम लगातार डिवाइस और डेटा के लिए नए प्रोटेक्शन को ऐड कर रहे हैं.
इससे पहले वॉट्सऐप भी इस जासूसी की आलोचना कर चुका है. WhatsApp के हेड Will Cathcart ने कहा था NSO Group का खतरनाक स्पाईवेयर का इस्तेमाल दुनियाभर में मानवाधिकारों के हनन के लिए किया जा रहा है. इसे रोकने की जरूरत है. इसको लेकर Will Cathcart कई ट्वीट्स किए थे.
आपको बता दें कि Pegasus स्पाईवेयर काफी एडवांस और पावरफुल है. इसकी मदद से किसी की जासूसी की जा सकती है. रिपोर्ट के अनुसार इससे एक व्यक्ति की जासूसी करने का खर्च लगभग 70 लाख रुपये होता है. ये टारगेट डिवाइस का कॉल तक रिकॉर्ड कर सकता है.