
भारत में 5G स्पेक्ट्रम नीलामी पूरी हो चुकी है और लोगों को 5G सर्विसेस के लॉन्च का इंतजार है. जल्द ही यह इंतजार खत्म हो सकता है. कम्युनिकेशन और आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने 5G को लेकर नया अपडेट जारी किया है. उन्होंने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइड्स से 5G लॉन्च की तैयारी शुरू करने का आग्रह किया है.
उन्होंने बताया कि स्पेक्ट्रम असाइनमेंट लेटर जारी कर दिया गया है. एयरटेल ने इस महीने के अंत तक 5G सर्विस को शुरू करने का संकेत पहले ही दे दिया था. टेलीकॉम कंपनियों ने 5G स्पेक्ट्रम आवंटन के लिए EMD का भुगतान कर दिया है.
भारती एयरटेल ने बुधवार को चार साल की किस्त 8312 करोड़ रुपये का भुगतान डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम को किया है. वहीं जियो ने 7864 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. वोडाफोन आइडिया ने 1679 करोड़ रुपये और अडानी डेटा नेटवर्क्स ने 18 करोड़ रुपये की किस्त दी है.
इसके साथ ही भारत में जल्द ही 5G की सेवाएं शुरू हो सकती हैं. एयरटेल ने 5G सर्विस प्रोवाइड करने के लिए Ericsson, Nokia और सैमसंग के साथ करार किया है.
कंपनी ने हाल में ही जानकारी दी थी कि वह अपनी 5G सर्विस की शुरुआत इस महीने यानी अगस्त में ही करेंगे. कंपनी ने स्पेक्ट्रम नीलामी में 900 MHz, 1800 MHz, 2100 MHz, 3300 MHz और 26 GHz की फ्रिक्वेंसी पर बोली लगाई थी.
वहीं जियो की बात करें तो कंपनी ने 700MHz, 800MHz, 1800MHz, 3300MHz और 26GHz की फ्रिवेंसी पर बोली लगाई थी. स्पेक्ट्रम नीलामी में जियो सबसे बड़ा प्लेयर रहा है. कंपनी ने 88,078 करोड़ रुपये की बोली लगाई है.
हाल में ही जियो ने जानकारी दी थी कि उन्होंने 1000 शहरों में 5G नेटवर्क की प्लानिंग पूरी कर ली है. कंपनी ने स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद जानकारी दी थी कि वे आजादी के अमृत महोत्सव के साथ 5G सर्विस की शुरुआत कर सकते हैं. यानी जल्द ही हमें 5G सर्विस और इसके प्लान्स की जानकारी मिल सकती है.
वोडाफोन आइडिया यानी Vi ने 5G सर्विस की लॉन्च डेट की जानकारी तो नहीं दी, लेकिन प्लान्स पर बड़ा खुलासा किया था. कंपनी ने साफ कहा था कि 5G सर्विस के लिए कंज्यूमर्स को प्रीमियम प्राइस देना होगा. चूंकि कंपनी ने स्पेक्ट्रम नीलामी में काफी ज्यादा पैसे खर्च किए हैं.
दूरसंचार विभाग का कहना है कि 5G स्पेक्ट्रम पर आधारित सेवाएं शुरू होने से 4G की तुलना में 10 गुना तेजी स्पीड मिलेगी. डाउनलोडिंग स्पीड ही नहीं बल्कि स्पेक्ट्रम की सक्षमता भी करीब तीन गुना बढ़ जाएगी.