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फेक TRAI ऑफिसर, फर्जी पुलिस और नकली अरेस्ट वॉरंट, एक बिजनेसमैन से ठगे 90 लाख, कभी ना करें ये गलती

Cyber fraud का एक नया केस सामने आया है, जहां विक्टिम को बड़ी ही चालाकी से शिकार बनाया और उसके बैंक खाते से चोरी छिपे 90 लाख रुपये उड़ा लिए. यह मामला बिहार के मुजफ्फरपुर का है. यहां एक शख्स के पास एक व्यक्ति का कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद की पहचान, एक TRAI ऑफिसर के रूप में बताई. आखिर में वह 90 लाख रुपय की ठगी का शिकार हो गया. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.

मुजफ्फरपुर का शख्स साइबर फ्रॉड का शिकार. (Photo: Meta AI) मुजफ्फरपुर का शख्स साइबर फ्रॉड का शिकार. (Photo: Meta AI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 05 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 6:27 PM IST

साइबर क्राइम के केस बढ़ रहे है. भारत के अलग-अलग राज्यों से साइबर ठगी के केस सामने आ रहे हैं. ये लोगों को चूना लगाने के लिए अलग-अलग तरकीब का सामना करना रहे हैं.  ऐसे ही साइबर ठगी का शिकार मुजफ्फरपुर का बिजनेसमैन हुआ है. 

विक्टिम को 89.90 लाख रुपये का चूना लगाया है. यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स के मिली है. यहां विक्टिम के पास एक कॉल आया था, जिसने खुद को टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) का ऑफिसर बताया. आइए इसके बारे में डिटेल्स में डिटेल्स में जानते हैं.

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फेक ऑफिसर बनकर की बातचीत 

फेक ऑफिसर बनकर, उसने विक्टिम को बताया है कि उसने नंबर बंद होने जा रहा है. आपके नंबर पर संदिग्ध एक्टिविटी मिली है. विक्टिम पर आरोप लगाया कि उसका नंबर मनी लाउंड्रिंग में शामिल है. 

विक्टिम ने FIR कराई दर्ज 

मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस FIR के हवाले से बताया है कि आरोपी ने विक्टिम बताया कि उनके आधार कार्ड से एक SIM Card लिया. उस SIM का इस्तेमाल गैर कानूनी काम में लिया गया है और इससे कई मैसेज भी किए हैं. 

दूसरे व्यक्ति से हुई बात

आरोपी ने कहा कि विक्टिम के खिलाफ FIR मुंबई में दर्ज की जा चुकी है. अब विक्टिम को पुलिस के सामने पेश होना होगा. इसके बाद कॉल को दूसरे व्यक्ति के पास ट्रांसफर कर दी गई. इसके बाद वीडियो कॉल शुरू हुई, वीडियो कॉल पर सामने शख्स पुलिस यूनिफॉर्म में नजर आया था.

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विक्टिम का बयान दर्ज करने का नाटक 

उसने बताया कि वह मुंबई स्थित तिलक नगर पुलिस स्टेशन में ऑफिसर है. इसके बाद उसने विक्टिम का बयान लिया. उसने बताया कि आपका आधार कार्ड इस्तेमाल करके कैनरा बैंक में अकाउंट ओपेन किया है. यह अकाउंट मनी लाउंड्रिंग में इस्तेमाल किया गया है. 

विक्टिम को दिखाया फेक अरेस्ट वॉरंट 

इसके बाद पुलिस वाले ने बताया कि उसके नाम से अरेस्ट वॉरंट जारी हो चुका है. इसके बाद उसने विक्टिम के साथ एक लिंक शेयर किया, जिसमें बताया है कि उसके नाम से एक फेक अरेस्ट वॉरंट दिखाया.

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मांगी बैंक डिटेल्स और लूटे रुपये  

इसके बाद से बैंक डिटेल्स आदि मांगी. इसके बाद विक्टिम ने घबराहट में आकर अपनी बैंक डिटेल्स आदि शेयर कर दी. इसके बाद उसके बैंक अकाउंट से 89.90 लाख रुपये उड़ा लिए हैं.   

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