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DeepSeek को चीन से ही मिलने लगा चैलेंज, अलीबाबा ने लॉन्च किया न्यू AI Model

Alibaba ने बुधवार को अपने Qwen 2.5-Max आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लॉन्च कर दिया है, जो AI का अपडेट वर्जन है. Alibaba के क्लाउड डिविजन ने दावा किया है कि Qwen 2.5-Max ने DeepSeek R1, OpenAI के GPT-4o और DeepSeek के V3 को भी पछाड़ दिया है. आइए Alibaba Qwen 2.5-Max के बारे में डिटेल्स में जानते हैं.

DeepSeek के बाद आया Alibaba का नया AI वर्जन. DeepSeek के बाद आया Alibaba का नया AI वर्जन.
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 30 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 9:30 AM IST

चीनी स्टार्टअप DeepSeek की पॉपुलैरिटी के बीच एक और चाइनीज AI मॉडल ने दस्तक दे दी है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीनी टेक कंपनी Alibaba ने बुधवार को नया AI Model लॉन्च कर दिया है, जिसका नाम Qwen 2.5-Max है.  

Alibaba के क्लाउड डिविजन ने दावा किया है कि Qwen 2.5 की परफोर्मेंस काफी बेहतर है. परफॉर्मेंस के मामले में कंपनी ने दावा है कि Qwen 2.5-Max ने DeepSeek R1, OpenAI के GPT-4o, Meta के  Llama-3.1-405B और DeepSeek के V3 को भी पछाड़ दिया. 

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AI इंडस्ट्री में मची खलबली

AI इंडस्ट्री में जल्दी सफलता पाने और सबसे आगे बने रहने की शुरुआत हो चुकी है. Deepseek की सफलता ने कई बड़ी AI कंपनियों के बीच भी खलबली मचा दी है. इस रेस में सभी को आगे रहना है, ऐसे में Alibaba भी इस रेस में शामिल हो गया है. 

DeepSeek ने AI इंडस्ट्री में बनाया नया मुकाम 

Alibaba के घरेलू शहर हांग्जो में सिर्फ 20 महीने पहले शुरु हुए स्टार्टअप DeepSeek ने AI इंडस्ट्री के अंदर नया मुकाम हासिल कर लिया है. इतना ही नहीं, ये प्लेटफॉर्म अपनी सस्ती कीमत और कम लागत की वजह से भी पॉपुलर हुआ है. 

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कई चीनी कंपनियों पर भी बन रहा है दवाब 

DeepSeek की इस सफलता के बाद कई दूसरी AI कंपनियों पर दबाव बन रहा है कि वे इस रेस में बने रहे के लिए सस्ता और अच्छा प्रोडक्ट लॉन्च करें. इसमें Alibaba, टेनसेंट और बायडू जैसे नाम शामिल हैं. 

चीनी ऐप्स पर हमेशा होता रहा शक 

डेटा और प्राइवेसी के मामले में चीनी कंपनियों का इतिहास संदेह भरा रहा है. अक्सर चीनी कंपनियों के प्रोडक्ट और ऐप पर डेटा चोरी करने के आरोप लगते रहे हैं, जिसका एक बड़ा उदाहण TikTok है. इस ऐप को भारत समेत कई देशों में बैन किया जा चुका है और अमेरिका में इसे कुछ दिन की और राहत दी गई है. इस पर डेटा चोरी के आरोप लगते रहे हैं. 

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