
Apple iPhones को चार्ज करने के लिए अब तक लोगों को अलग से चार्जर खरीदना होता था. अब ऐसा नहीं होगा. भविष्य में आईफोन्स भी टाइप-सी चार्जर से चार्ज होंगे. ऐपल ने सीधे इसकी जानकारी दी है. दि वॉल स्ट्रीट जनरल से हुए एक इंटरव्यू में ऐपल मार्केटिंग लीड Greg Joswiak ने इसकी जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि कंपनी लाइटनिंग पोर्ट को रिप्लेस करेगी, भले ही उनकी टीम इस बदलाव से खुश ना हो. हालांकि, ये अभी साफ नहीं हुआ है कि कंपनी कब तक अपने स्मार्टफोन्स में टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट देगी.
हाल में ही यूरोपीय यूनियन ने स्मार्टफोन्स और दूसरे इलेक्ट्रिक गैजेट्स के लिए सिर्फ एक चार्जिंग पोर्ट को मंजूरी दी है. इसके लिए कंपनियों को टाइप सी चार्जिंग पोर्ट का इस्तेमाल करना होगा.
इसका सबसे ज्यादा प्रभाव ऐपल पर पड़ा है क्योंकि सभी एंड्रॉयड स्मार्टफोन ब्रांड्स अपने फोन्स में टाइप सी चार्जिंग पोर्ट का इस्तेमाल पहले से करते हैं. ऐपल एक्जीक्यूटिव्स ने कहा कि यूरोपीय अथॉरिटीज एक दशक से चार्जर के पीछे पड़ी हैं.
उन्होंने बताया कि किस तरह से यूरोपीयन अथॉरिटी पहले Apple को Micro USB-B पोर्ट इस्तेमाल करने के लिए कह रही थी. ऐपल एक्जीक्यूटिव ने कहा कि अगर उस वक्त EU की बात मान ली गई होती, तो ना लाइटिंग पोर्ट विकसित हुए होते ना ही यूएसबी टाइप सी पोर्ट.
रिपोर्ट्स की मानें तो अगले साल ऐपल अपने फोन में टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट दे सकता है. सिर्फ एक चार्जिंग पोर्ट का नियम साल 2024 से प्रभाव में आ रहा है. उम्मीद है कि ऐपल अगली सीरीज को टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट के साथ लॉन्च कर सकती है. हालांकि, ये साफ नहीं है कि कंपनी दूसरे देशों में भी टाइप-सी पोर्ट ही देगी या नहीं?
ऐपल ने पहले ही मैक, आईपैड्स और कुछ दूसरी एक्सेसरीज में टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. भारत में भी एक चर्जिंग पोर्ट पर बैठक हो रही हैं. हालांकि अभी तक इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.