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नकली पुलिस, CBI और कस्टम ऑफिसर के सामने पेशी! 17 दिन लड़की को रखा 'डिजिटली अरेस्ट', ढाई लाख का लग गया चूना

दिल्ली-NCR से साइबर ठगी का नया मामला सामने आया है, जहां एक छात्रा को बड़े ही अनोखे तरीके से ठगा गया है. इसमें छात्रा को 17 दिन तक डिजिटली अरेस्ट किया गया, इस दौरान उसे काफी डराया, धमकाया और 2.50 लाख रुपये तक ट्रांसफर करा लिए. इस दौरान फर्जी पुलिस, पुलिस स्टेशन और CBI ऑफिसर भी नजर आए. आइए जानते हैं पूरा मामला.

साइबर फ्रॉड के नए मामले में एक छात्रा को 17 दिन डिजिटली अरेस्ट करके रखा. साइबर फ्रॉड के नए मामले में एक छात्रा को 17 दिन डिजिटली अरेस्ट करके रखा.
सचिन गौड़
  • फरीदाबाद ,
  • 02 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 4:26 PM IST

तकनीक की दुनिया बहुत तेजी से करवट बदल रही है, जिसका फायदा भी बहुत से लोग उठा भी रहे हैं. लेकिन कहते हैं ना हर एक सिक्के के दो पहलू होते हैं. एडवांस होती  तकनीकी दुनिया का दूसरा पहलू साइबर ठग हैं. दरअसल, लेटेस्ट मामला दिल्ली-NCR के फरीदाबाद से सामने आया है, जहां साइबर ठग ने छात्रा को 17 दिन तक घर के अंदर बंद रहने को मजबूर कर दिया, जिसे डिजिटल अरेस्ट नाम दिया है.

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दरअसल, फरीदाबाद स्थित एक छात्रा को 17 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया और उससे ढाई लाख रुपए ठग लिए. इसके बाद जब छात्रा को समझ आया कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हुई हैं, तो उन्होंने साइबर क्राइम थाने में एक शिकायत दी है. 

क्या है डिजिटली अरेस्ट वाला पूरा मामला?

अनन्या मंगला ने बताया की 12 अक्टूबर को उसके पास एक कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को लखनऊ कस्टम विभाग का ऑफिसर बताया, फिर उसने कहा कि एक पार्सल कंबोडिया भेजा जा रहा है जिसमें काफी संख्या में पासपोर्ट और अन्य कार्ड है. यह पार्सल आपके आधार नंबर से लिंक है. इसके लिए आपको आज ही एफआईआर करवानी पड़ेगी वरना आपको लखनऊ कोर्ट में पेश होना पड़ेगा. 

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Skype वीडियो कॉल पर जोड़ा

झूठ का खेल आगे बढ़ा, अनन्या को Skype वीडियो कॉलिंग पर आने को कहा. इसके बाद अनन्या को बताया कि अब उनकी बात पुलिस अधिकारियों से करा रहे हैं. इसके बाद अनन्या के स्काइप पर पुलिस थाने का बैकग्राउंड दिखाई देने लगा और उसमें पुलिस की वर्दी पहने लोग दिखाई दिए. 

अनन्या को बताया, पहले से दर्ज है FIR

पुलिस अधिकारी ने अनन्या से कहा कि आपका आधार कार्ड चेक कर रहे हैं. फिर कुछ देर बाद बताया कि अनन्या के खिलाफ पहले ही एक FIR दर्ज है. 

बताया गिरोह का हिस्सा 

स्कैमर्स ने अनन्या को डराने के लिए कहा है कि आपका कनेक्शन एक बैंक अधिकारी के साथ है. उस व्यक्ति के खिलाफ पहले से ही ह्यूमन ट्रैफिकिंग जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं. 

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3 करोड़ 80 लाख रुपए की पेमेंट की बात

पुलिस कर्मियों ने अनन्या को डराने के लिए बताया कि कुछ ऐसी शिकायतें हैं जिसमें लोगों ने कहा कि उन्होंने अपने बच्चों को विदेश भेजने के लिए पैसे दिए हैं और उसमें 3 करोड़ 80 लाख रुपए का भुगतान होने की भी शिकायत है. .

मदद करने के बदले में मांगे 15 लाख रुपये 

इसके बाद पुलिस ने अनन्या से कहा कि आपकी मदद करना चाहते हैं और हर संभव मदद भी करेंगे. फिर उन्होंने कहा कि सीबीआई अधिकारी भी हमारे बिल्डिंग में बैठते हैं हम उनसे आपकी बात करते हैं जिस पर सीबीआई अधिकारी ने अन्य से कहा कि जितने कीमत के आपके खिलाफ चार्ज हैं उसका 5% यानी 15 लाख रुपए आपको अभी देना होगा.  

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रकम ना देने पर गिरफ्तारी होगी 

सीबीआई अधिकारी ने बताया कि रकम ना देने पर अनन्या को अरेस्ट करना पड़ेगा. इस मूल्य के भुगतान में अनन्या ने अपनी असमर्थता जताई तो उन्होंने कहा की हम आपकी मदद कर रहे हैं और आपको अरेस्ट बनाकर के हम डिजिटल अरेस्ट कर रहे हैं इस दौरान आपको अपना स्काइप बंद नहीं करना होगा हम आपकी आवाज सुनते रहेंगे. इसको डिजिटली अरेस्ट बताया है. 

आगे की पढ़ाई के लिए रखे थे ढाई लाख रुपये अनन्या ने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए विदेश जा रही थी, इसके लिए उसने हॉस्टल की फीस के लिए ढाई लाख रुपए रखे हुए थे. इस रकम को उसने आरोपियों के बताएं अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए.  

कैसे हुईं डिजिटली अरेस्ट से रिहा?

इसके बाद स्कैमर्स लगातार अनन्या पर दबाव बनाते रहे कि वह अपने पिता और अपने दोस्तों से रुपए का इंतजाम करने को कहा.  लेकिन कई दिनों के प्रयास के बाद भी जब आरोपी और पैसे लेने में सफल नहीं रहे तो उन्होंने अनन्या से कहा कि अब हम आपका डिजिटल अरेस्ट खत्म कर रहे हैं आप अपना स्काइप अकाउंट अब लॉग आउट कर सकते हैं. 

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