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Facebook की कंपनी Meta को एक और झटका, लगा 20 करोड़ डॉलर का फाइन, बेचना पड़ेगा ये ऐप

Facebook की पैरेंट कंपनी Meta को एक और झटका लगा है. ब्रिटेन में कंपनी पर 15 करोड़ पाउंड का जुर्माना लगा है. इसके साथ ही कंपनी को एक प्लेटफॉर्म बेचने का आदेश भी दिया है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.

Facebook Owner Meta Facebook Owner Meta
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 11:41 AM IST
  • Facebook की कंपनी Meta पर लगा फाइन
  • CMA ने दिया Giphy को बेचने का आदेश
  • कंपनी को देना होगा 20 करोड़ डॉलर का जुर्माना

फेसबुक की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. ब्रिटेन के कंपटीशन रेगुलरेटर ने फेसबुक की कंपनी Meta पर 15 करोड़ पाउंड यानी 20 करोड़ डॉलर का नया फाइन लगाया है. यह फाइन अमेरिकी फर्म के Giphy को खरीदने पर लगा है.

ब्रिटेन की Competition and Markets Authority (CMA) ने पिछले कुछ सालों में टेक कंपनियों पर शिकंजा कसने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं. अथॉरिटी ने Meta को ऐनिमेटेड इमेज प्लेटफॉर्म Giphy को बेचने का आदेश दिया है.

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बता दें कि Meta (पहले Facebook) ने 40 करोड़ डॉलर में मई 2020 में Giphy को खरीदा था. हालांकि, कंपनी ने इस मामले का उसके डिजिटल ऐडवर्टाइजिंग पर पड़ने वाले प्रभाव की जानकारी नहीं दी है. अथॉरिटी ने बताया कि Meta Giphy को हैंडल करने के लिए सभी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकी है. 

पहले भी लग चुका है फाइन

यह कोई पहला मौका नहीं है, जब CMA ने फेसबुक पर फाइन लगाया है. इससे पहले कंपनी ने पिछले साल अक्टूबर में 5.05 करोड़ पाउंड का फाइन फेसबुक पर लगाया था. उस वक्त अथॉरिटी ने विभिन्न कारणों से कंपनी पर फाइन लगाया था.

हालांकि, शुक्रवार को CMA के फाइन पर Meta ने प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि वह लेटेस्ट फाइन से सहमत नहीं हैं, लेकिन फाइन भरेंगे. कंपनी के स्पोकपर्सन ने कहा, 'हम फाइन भर देंगे, लेकिन यह परेशान करने वाला है. CMA ने जो फैसला लिया है, उसका सीधा प्रभाव अमेरिकी कानून के तहत आने वाले अमेरिकी कर्मचारियों के अधिकार पर पड़ेगा.'

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पहली बार कम हुए हैं फेसबुक यूजर्स

पिछले कुछ वक्त से Meta की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं. इस हफ्ते कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में पहली बार Facebook के एक्टिव यूजर्स की संख्या कम होने की जानकारी दी है. वही कंपनी का अनुमान है कि उनका रेवेन्यू 10 अरब डॉलर तक घट सकता है. इसकी वजह Apple का एक प्राइवेसी फीचर है.

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