
मेटावर्स पर ध्यान देने के लिए फेसबुक एक नए नाम के साथ कंपनी को रीब्रांड करने की तैयारी कर रहा है. ये जानकारी द वर्ज की रिपोर्ट से सामने आई है. CEO मार्क जकरबर्ग 28 अक्टूबर को एनुअल कनेक्ट कॉन्फ्रेंस में कंपनी के नए नाम को पेश करेंगे. हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक, नाम की घोषणा पहले भी की जा सकती है.
दरअसल, फेसबुक सोशल मीडिया से भी आगे निकलने की तैयारी कर रहा है. कंपनी ने रविवार को ये घोषणा की है कि वो यूरोप में अगले पांच साल में 10,000 नौकरियों की भर्ती करने की तैयारी कर रहा है. ताकी कंपनी मेटावर्स बनाने में इनकी मदद ले सके. कंपनी मेटावर्स को ही फ्यूचर मान रही है.
कंपनी ने एक महीने पहले यह भी घोषणा की थी कि AR और VR के चीफ आंद्रे बोसवर्थ को चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के रूप में प्रमोट किया जाएगा. फेसबुक में पहले से ही 10,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं जो AR ग्लास जैसे कंज्यूमर हार्डवेयर बनाते हैं. इसे लेकर जकरबर्ग का मानना है कि ये स्मार्टफोन की तरह पॉपुलर होगा.
जुलाई में, जकरबर्ग ने कहा था कि फेसबुक का भविष्य वर्चुअल मेटावर्स में है. इसमें यूजर्स अंदर रहेंगे, काम करेंगे और खेलेंगे भी. आपको बता दें मेटावर्स पर फेसबुक ही नहीं, बल्कि दुनिया की कई बड़ी कंपनियां इन्वेस्ट कर रही हैं. सीधे शब्दों में आप इसे वर्चुअल रियलिटी की तरह समझ सकते हैं.
बहरहाल, रीब्रांडिंग को लेकर जानकारी एक ऐसे समय में मिली है जब फेसबुक को कई घोटालों पर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. इसमें एक व्हिसलब्लोअर, फ्रांसेस हॉगेन द्वारा लीक किए गए आंतरिक दस्तावेजों की एक सीरीज शामिल है. इन्होंने सीनेट समिति के सामने गवाही दी थी. फेसबुक अभी भी अमेरिकी सरकार द्वारा अविश्वास की जांच के दायरे में है.