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Twitter India के Ex-Boss मनीष माहेश्वरी ने मेटावर्स में खोली कंपनी, जानिए क्या काम करेगी

Invact Metaversity को लॉन्च कर दिया गया है. इसे Twitter India के पूर्व प्रमुख मनीष माहेश्वरी ने लॉन्च किया है. Metaversity यानी मेटावर्स में यूनिवर्सिटी.

Photo: Invact Photo: Invact
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 11:23 AM IST
  • Metaverse का ये पहला यूनिवर्सिटी
  • मिलेगा क्लास अटैंड करने का रियल टाइम एक्सपीरियंस

Twitter India के पूर्व प्रमुख मनीष माहेश्वरी ने Invact Metaversity को लॉन्च किया है. Invact Metaversity दुनिया का पहला 3D इमर्सिव वर्चुअल लर्निंग प्लेटफॉर्म है. Metaverse का ये पहला और एकमात्र यूनिवर्सिटी है. 

FinancialExpress की एक रिपोर्ट के अनुसार Invact Metaversity के सीईओ मनीष माहेश्वरी ने बताया कि रियल लर्निंग कभी क्लासरूम में नहीं हुई है. ये हॉलवे या कॉलेज के लाइब्रेरी में थी. सभी को पिछले दो साल में Google Meet और Microsoft Teams के कारण ऑनलाइन जाना पड़ा. 

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हालांकि, इन टूल्स को क्लासरूम के लिए नहीं डिजाइन किया गया था. इसे कोरोना से पहले मीटिंग और कॉन्फ्रेंस के लिए डिजाइन किया गया था. इसमें एक साइड में लाइव या रिकॉर्डेड वीडियो चलाया जाता है जो एक समय के बाद बोरिंग हो जाता है. 

Photo: Invact

Metaversity इस गैप को खत्म करेगा. इसमें वर्चुलल वर्ल्ड में यूनिवर्सिटी अटैंड करने का रियल टाइम एक्सपीरियंस मिलेगा. उन्होंने कहा लर्निंग एक्सपीरियंस के लिए टैक्सट बुक या वीडियो कॉल काफी नहीं है. 

Experiential लर्निंग और कम्युनिटी लेयर इसमें काफी जरूरी है. ये प्लेटफॉर्म स्टूडेंट्स को रियल टाइम में यूनिवर्सिटी का फील करवाएगा. इससे स्टूडेंट्स क्लासरूम में एंटर कर सकते हैं या अपने दोस्तों के साथ कैंपस में हैंगआउट कर सकते हैं. 

उन्होंने ये भी बताया कि Metaversity हायर एजुकेशन पर फोकस करेगा. इसका पहला बैच मई 2022 से शुरू होगा. ये बैच उनलोगों के लिए होगा जो बिजनेस फाउंडेशन प्रोग्राम के जरिए किसी कंपनी में एंट्री लेवल जॉब चाहते हैं. इस बैच का साइज 60 स्टूडेंट्स का है जबकि 2000 लोगों अभी वेटिंग लिस्ट में है. 

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भारत में इसको लेकर उन्होने बताया गया कि पहले उन 1 परसेंट स्टूडेंट्स को टारगेट करना है जो टॉप कॉलेज में जाते हैं. इसके बाद उनको टारगेट किया जाएगा जो अच्छे कॉलेज में नहीं जा पाते हैं और टियर 2 या 3 के कॉलेज में ज्यादा फी देकर जाते हैं. इसके बाद उनलोगों तक पहुंचा जाएगा जिनके पास VR जैसे डिवाइस का एक्सेस नहीं है. 

Photo: Invact

इस प्लेटफॉर्म को VR के उसके बिना देखा जा सकता है. इसे किसी भी ब्राउजर पर 3G नेटवर्क पर भी एक्सेस किया जा सकता है. मनीष माहेश्वरी के अनुसार कोर्स में स्किल प्रोग्राम पर जोर दिया जाएगा. इसमें डिग्री नहीं दी जाएगी क्योंकि Metaversity डिग्री के बजाय रोजगार पर फोकस करेगा. 

जो भी प्रोजेक्ट स्टूडेंट बनाएंगे उनका ऑनरशिप उनके पास ही रहेगा जिसे वो हायरिंग मैनेजर को दिखा सकते हैं. Metaversity के जरिए सबको एजुकेशन मिलने पर फोकस किया जाएगा.

आज केवल एक परसेंट लोग ही IIM याटॉप कॉलेज में जा सकते हैं लेकिन, Metaversity से कोई भी Harvard, IIMs को अपने घर पर ला सकता है. सबसे दिलचस्प बात इसे अमीर-गरीब, लड़का-लड़की दुनिया के किसी भी कोने से अटैंड कर सकता है. इससे सबको शिक्षा मिलेगी. 

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