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सरकार की बड़ी तैयारी, क्या सस्ते हो जाएंगे स्मार्टफोन और लैपटॉप? जल्द होगी बैठक

अलग-अलग गैजेट्स के लिए अभी हमें अलग-अलग चार्जर इस्तेमाल करने पड़ते हैं. मगर जल्द ही यह समस्या दूर हो सकती है. सरकार USB टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट या 'सिर्फ दो तरह के चार्जिंग पोर्ट' पॉलिसी पर काम कर रही है. इस मामले में अगले हफ्ते एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है. इस बैठक में प्रमुख इंडस्ट्री लीडर्स के साथ सेक्टर स्पेसिफिक ऑर्गेनाइजेशन शामिल होंगे. आइए जानते हैं इस पॉलिसी से आप का क्या फायदा होगा.

सस्ते हो जाएंगे भारत में स्मार्टफोन सस्ते हो जाएंगे भारत में स्मार्टफोन
अभिषेक मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 12 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 12:12 PM IST

हर बार जब आप एक स्मार्टफोन खरीदने जाते हैं, तो साथ साथ एक चार्जर भी लेकर आते हैं. आईफोन और कुछ प्रीमियम एंड्रॉयड फोन्स को छोड़कर ज्यादात केस में यही होता है. कभी फास्ट चार्जिंग के नाम पर तो कभी अलग चार्जिंग पोर्ट के नाम पर आप चार्जर के लिए पैसे खर्च करते हैं.

स्मार्टफोन, फीचर फोन, ईयरबड्स, ब्लूटूथ स्पीकर, लैपटॉप समेत अलग-अलग गैजेट्स के लिए आपको अलग-अलग चार्जर रखने होते हैं. अब इन चीजों पर लगाम लग सकती है. सरकार सिर्फ दो तरह के चार्जिंग पोर्ट को अलाउ करने पर विचार कर रही है.

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इस मामले में 17 अगस्त को एक बैठक होने ही है. कंज्यूमर अफेयर मिनिस्ट्री ने इस मामले से जुड़े सभी प्रमुख इंडस्ट्री एसोसिएशन और सेक्टर स्पेसिफिक ऑर्गेनाइजेशन की बैठक बुलाई है. आइए जानते हैं इस बैठक में क्या होगा? 

बैठक में होगी चर्जर पर चर्चा 

इस बैठक में 'घरेलू गैजेट्स के लिए मल्टीपल चार्जिंग पोर्ट के इस्तेमाल को खत्म करने की संभावना पर चर्चा होगी.' यानी इस विषय पर सरकार अभी चर्चा शुरू कर रही है.

हाल में ही ऐसा मामला यूरोपीय यूनियन में भी देखने को मिला है. यूरोपीय यूनियन ने भी हाल में ही सभी गैजेट्स के लिए USB टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट को मंजूरी दी है. अगर भारत में भी ऐसा फैसला होता है, तो इसके कई फायदे हो सकते हैं. 

क्या पड़ेगा प्रभाव? 

कंज्यूमर अफेयर सेक्रेटरी रोहित कुमार सिंह ने पिछले हफ्ते इंडस्ट्री लीडर्स को इस मामले में एक लेटर लिखा है. इस लेटर में उन्होंने सिर्फ दो तरह के चार्जिंग पोर्ट के फ्रेमवर्क पर काम शुरू करने की बात कही है.

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एक चार्जिंग पोर्ट स्मार्टफोन्स, लैपटॉप, टैबलेट, ईयरबड्स जैसे डिवाइसेस के लिए होगा. वहीं दूसरा अन्य डिवाइसेस के लिए दिया जा सकता है. इससे कंज्यूमर्स को कई बेनिफिट्स मिलेंगे. 

नहीं खरीदना होगा हर बार चार्जर? 

चूंकि, ज्यादातर स्मार्ट डिवाइसेस में एक ही चार्जिंग पोर्ट इस्तेमाल होगा. इसलिए आपको हर बार नए चार्जर की जरूरत नहीं होगी. ज्यादातर छोटे प्रोडक्ट्स के साथ चार्जर अब नहीं आते हैं. कंपनियां इनके साथ सिर्फ चार्जिंग केबल देती हैं.

स्मार्टफोन और लैपटॉप दो प्रमुख प्रोडक्ट्स हैं, जो अब भी चार्जर के साथ आते हैं. अगर सभी के लिए एक ही चार्जर इस्तेमाल होने लगेगा, तो इससे परचेजिंग कॉस्ट कम हो सकती है.

इसके साथ ही कंपनियां कंज्यूमर्स को चार्जर के साथ और चार्जर के बिना स्मार्टफोन और दूसरे प्रोडक्ट्स खरीदने का ऑप्शन दे सकती है. इससे चार्जर के बिना स्मार्टफोन खरीदने पर आपके पैसे कम खर्च होंगे. 

कम होगा ई-कचरा 

सरकार के इस कदम से ई-कचरा भी कम होगा. चूंकि हर बार आपको चार्जर नहीं खरीदना होगा. आप अपने पुराने चार्जर का इस्तेमाल लंबे समय तक कर सकेंगे. हर गैजेट के लिए अलग-अलग चार्जर की जरूरत भी कम होगी. इस तरह से ई-कचरा कम होगा. इसके साथ ही सस्ते इम्पोर्ट पर लगाम भी लगेगी.

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