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Facebook ने बदला नाम, अब नई पहचान वाली कंपनी से किस तरह के बदलाव की हैं उम्मीदें?

फेसबुक ने अपना कॉर्पोरेट नाम बदलकर अब 'मेटा' META कर लिया है. इसकी घोषणा गुरुवार को की गई. नए नाम से के साथ ही कुछ बदलाव भी देखने को मिलेंगे. जो बदलाव देखने को मिलेंगे वो पेरेंट कंपनी मेटा में होंगे.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 29 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 10:44 AM IST
  • फेसबुक ने अपना कॉरपोरेट नाम बदलकर अब 'मेटा' कर लिया है
  • बाकी प्लेटफॉर्म्स जैसे- वॉट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पहले की तरह बने रहेंगे

फेसबुक ने अपना कॉर्पोरेट नाम बदलकर अब META कर लिया है. इसकी घोषणा गुरुवार को की गई. नए नाम से के साथ ही कुछ बदलाव भी देखने को मिलेंगे. जो बदलाव देखने को मिलेंगे वो पेरेंट कंपनी मेटा में होंगे. क्योंकि, केवल बतौर पेरेंट कंपनी फेसबुक का नाम बदला गया है. इसके बाकी प्लेटफॉर्म्स जैसे- वॉट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम के नाम पहले की तरह ही बने रहेंगे.

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किस तरह के बदलाव की हैं उम्मीदें?

फेसबुक ने अपना नाम बदलकर मेटा, मेटावर्स वर्ल्ड की तैयारी करने के लिए किया है. यानी अब फेसबुक का दायरा अब केवल सोशल मीडिया तक नहीं रहेगा. मेटा नाम की कंपनी के साथ अब फेसबुक वर्चुअल दुनिया में आगे बढ़ेगी. मेटावर्स एक ऐसी दुनिया होगी जहां लोग 3D में मिल सकेंगे और बात कर सकेंगे.

यानी कंपनी का पूरा फोकस अब सोशल मीडिया के अलावा वर्चुअल दुनिया की तरफ होगा. ऐसे में बदले हुए फेसबुक यानी मेटा की तरफ से नए-नए प्रोडक्ट और सर्विसेज भी देखने को मिलेंगे. जो वर्चुअल वर्ल्ड से इत्तेफाक रखेंगे.

बीबीसी के मुताबिक, एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में मार्क जकरबर्ग ने कहा कि हम अभी जो भी कर रहे हैं उसके लिए मौजूदा ब्रांड काफी नहीं है. हमें एक ऐसे ब्रांड की जरूरत थी. जो हमारे कामों का प्रतिनिधित्व कर सके. अब समय आ गया है कि जो भी हम कर रहे हैं, वो नए ब्रांड के तहत हो. ताकि पता चले कि हम कौन हैं और क्या करने जा रहे हैं.

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जकरबर्ग ने कहा कि मेटा नाम इसलिए रखा गया. क्योंकि, ग्रीक में इसका मतलब बीऑन्ड होता है. यानी हिंदी में सीमा से पार. ऐसे में समझा जा सकता है कि जकरबर्ग और नई कंपनी मेटा वर्चुअल दुनिया में काफी आगे जाने के बारे में सोच रही है. फेसबुक अब जकरबर्ग के लिए पुराना हो चुका है. ऐसे में वे मेटावर्स में अब ज्यादा उत्साह से भी काम करेंगे.

हाल फिलहाल में फेसबुक की यूजर डेटा से लेकर हेट स्पीच रोक पाने में नाकाम होने तक कई चीजों को लेकर आलोचना हुई है. ऐसे में नए नाम वाले इस बदलाव से पेरेंट कंपनी को पुरानी छवि से बाहर आकर नए तरह से काम करने का मौका भी मिलेगा.

 

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