
Satellite के जरिए Internet देने के लिए Hughes Communications India ने इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी ISRO के साथ पार्टनरशिप की थी. अब कंपनी ने घोषणा की पहली हाई-थ्रोपुट सैटेलाइट (HTS) ब्रॉडबैंड सर्विस जिसे ISRO पावर्ड कर रहा है उसको कॉर्मशियली लॉन्च किया जा रहा है. इससे देश को पहली सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस मिल गई है.
ये ऐसे समय पर आया है जब Elon Musk की कंपनी Starlink ने अपना ऑपरेशन भारत में बंद कर दिया है. सरकार ने इस जरूरी लाइसेंस नहीं लेने की वजह से इस पर बैन लगा दिया था. अब ISRO के जरिए पूरे देश में हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड सर्विस डिलीवर की जाएगी.
इससे एंटरप्राइजेज और गवर्नमेंट नेटवर्क को कनेक्ट किया जाएगा. ISRO के डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस के चेयरमैन सेक्रेटरी Dr S Somnath ने बताया कि ISRO में हम प्राइवेट सेक्टर के साथ काम करने के तरीकों को एक्सप्लोर कर रहे हैं ताकि लोगों की लाइफ को इम्प्रूव किया जा सके.
उन्होंने आगे बताया कि इस नई HTS कैपिबिलिटी जिसे ISRO सैटेलाइट पावर्ड कर रही है उससे उन्हें विश्वास है कि HCI लगातार बढ़िया क्वालिटी सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस डिलीवर कर पाएगा. इससे देश में कनेक्टिविटी एक्सपीरिएंस को और ज्यादा इम्प्रूव किया जा सकेगा. इससे भारत की डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में तेजी आएगी.
HCI सैटेलाइट ब्रॉडबैंड 2 लाख से ज्यादा बिजनेस और सरकारी साइट को दे रहा है. इसके अलावा एंटरप्राइजेज और स्ट्रेटेजिक सेंट्रल और राज्य सरकार के प्रोजेक्ट को भी सपोर्ट किया जा रहा है. इसके लिए कंपनी 75 से ज्यादा सैटेलाइट का यूज कर रही है.
Hughes की HTS ब्रॉडबैंड सर्विस ISRO के Ku-बैंड कैपिसिटी GSAT-11 और GSAT-29 सैटेलाइट से लेकर हाई स्पीड इंटरनेट सर्विस देने का दावा करती है. इससे रिमोट एरिया में भी इंटरनेट की पहुंच आसानी से हो सकती है. ये सर्विस कम्युनिटी इंटरनेट एक्सेस के लिए Wi-Fi हॉटस्पॉट, मैनेज्ड SD-WAN सॉल्यूशन, मोबाइल नेटवर्क रीच बढ़ाने के लिए और छोटे बिजनेस के लिए सैटेलाइट इंटरनेट जैसे एप्लीकेशन को सपोर्ट करती है.