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भारत में बाहर से ज्यादा घरों के अंदर मौजूद है पॉल्यूशन, Dyson की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

India Air Quality Ranking: सर्दियों के आते ही हमें हर तरफ पॉल्यूशन की चर्चा देखने और सुनने को मिलती है, लेकिन क्या ये सिर्फ सर्दियों की ही समस्या है. डायसन ने इस मामले में एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि भारत में सिर्फ बाहर ही नहीं बल्कि घरों के अंदर भी एयर क्वालिटी बहुत खराब है. आइए जानते हैं कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में क्या खुलासा किया है.

भारत में घर की हवा बाहर से ज्यादा खराब भारत में घर की हवा बाहर से ज्यादा खराब
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 7:46 PM IST

Dyson ने अपनी ऐनुअल ग्लोबल डस्ट रिपोर्ट जारी कर दी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में घरों के अंदर की हवा का स्तर बहुत खराब है. Dyson की ऐनुअल रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में एवरेज ऐनुअल PM2.5 लेवल सबसे ज्यादा है. खराब इंडोर हवा के मामले में भारत दुनियाभर में सबसे ऊपर है. 

इस लिस्ट में चीन, तुर्कि, UAE और साउथ कोरिया भारत के बाद आते हैं. इनडोर एवरेज Volatile Organic Compounds के मामले में भारत 7वें पोजिशन पर आता है. शहरों की बात करें, तो दिल्ली PM2.5 लेवल के मामले में टॉप पोजिशन पर आती है. इसके बाद बीजिंग, शंघाई, शेन्ज़ेन और बुसान आते हैं.

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घर के अंदर ही हवा बाहर से ज्यादा खराब

वहीं सर्दियों के वक्त ये स्थिति और भी खराब हो जाती है. सर्दियों में घरों के अंदर की हवा बाहर के मुकाबले 15 परसेंट ज्यादा खराब हो जाती है. खासकर हमारे लीविंग स्पेस में स्मोक काफी ज्यादा मिलता है. भारत में ये स्थिति और भी खराब है. सर्दियों के महीनों में इनडोर पॉल्यूशन 41 परसेंट तक खराब हो जाता है. 

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वहीं दिल्ली में ये स्तर 48 परसेंट तक पहुंच जाता है. जहां दुनिया के दूसरे शहरों में एयर क्वालिटी रात के वक्त खराब होती है. भारत में इसका उल्टा देखने को मिला है. भारत में हवा की क्वालिटी सुबह 7 बजे और मिडडे में खराब होती है. इसका मतलब है कि भारत में जैसे ही कोई सुबह उठता है उसका सीधा सामना प्रदूषण वाली हवा से होगा. 

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25 लाख प्यूरीफायर की रिपोर्ट

ये प्रोजेक्ट दो तरह के प्राइमरी पॉल्यूशन पर केंद्रीत है. इसमें PM2.5 और Volatile Organic Compounds (VOCs) पर फोकस किया गया है. PM2.5 ऐसे पार्टिकल को कहा जाता है, जिनका डायमीटर 2.5 मैक्रोन से कम होता है. ये पार्टिकल्स इंसानों के बाल की चौड़ाई से भी कम होते हैं. 

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Dyson की इस रिपोर्ट में 25 लाख डायसन प्यूरीफायर की इनडोर एयर क्वालिटी डेटा को शामिल किया गया है. ये डेटा 2022 और 2023 के बीच इकट्ठा किया गया है. इस डेटा से आपको पता चलता है कि दुनियाभर के शहरों में घरों के अंदर एयरक्वालिटी कितनी अच्छी है.

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