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किसी आईफोन यूजर के लिए बिना चार्जर के कहीं निकलना बेहद मुश्किल भरा कदम होता है. एक तो ऐपल के फोन्स की बैटरी की समस्या, दूसरे लाइटनिंग केबल की दिक्कत. कहीं बैटरी खत्म हो जाए तो फोन को चार्ज करने के लिए किसी ऐपल यूजर से ही मदद मांगनी होगी.
क्योंकि टाइप-सी चार्जर से तो आप अपने फोन को चार्ज नहीं कर पाएंगे. ऐसा लगता है कि ऐपल भी लोगों की इस समस्या को समझ रहा है और इससे निजात दिलाने की कोशिश में है.
रिपोर्ट्स की मानें तो ऐपल टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट के साथ आईफोन टेस्ट कर रहा है. Bloomberg की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्यूचर में iPhone से लाइटनिंग पोर्ट गायब हो सकता है. इसकी जगह कंपनी यूएसबी टाइप-सी पोर्ट इस्तेमाल करेगी.
हालांकि, ऐपल साल 2023 से पहले इस बदलाव को नहीं करने वाला है. यानी इस साल लॉन्च होने वाले आईफोन में हमें लाइटनिंग पोर्ट ही मिलेगा. इससे पहले ही ऐसी रिपोर्ट्स आ चुकी हैं.
एनालिस्ट Ming Chi Kuo ने बताया था कि कंपनी iPhone 15 मॉडल में USB टाइप-सी पोर्ट का इस्तेमाल कर सकती है. ऐसा हो भी सकता है क्योंकि कंपनी ने iPads में यूएसबी केबल का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. हालांकि, कंपनी ऐसा यूजर्स की सुविधा के लिए नहीं कर रही है. बल्कि कानूनी कारणों से ऐसा करना पड़ रहा है.
रिपोर्ट्स की मानें तो यूरोप में सभी स्मार्टफोन मेकर्स के लिए USB टाइप-सी पोर्ट को जरूरी कर दिया गया है. ऐसे में ऐपल को भी अपने आईफोन, आईपैड और एयरपॉड्स में USB टाइप-सी पोर्ट देना होगा. ज्यादातर एंड्रॉयड स्मार्टफोन पहले से ही टाइप-सी पोर्ट ऑफर करते हैं.
ऐसे में इस फैसले का असर सबसे ज्यादा ऐपल पर पड़ेगा. मार्केट और कंज्यूमर प्रोटेक्शन कमेटी ने बताया कि नए नियम के बाद कंज्यूमर्स को हर बार नया फोन खरीदने पर नए केबल और चार्जर की जरूर नहीं पड़ेगी. वे एक चार्जर को ही छोटे और मीडियम साइज के डिवाइसेस में यूज कर सकेंगे.