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पिछले हफ्ते रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने Paytm Payments Bank को नए कस्टमर्स को ऐड करने से मना कर दिया था. लेटेस्ट Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार Payments Bank चीनी संस्थाओं के साथ डेटा शेयर कर रहा था. ये RBI के रूल्स के खिलाफ था. हालांकि, रिपोर्ट में ये नहीं बताया गया कि चीन के साथ किस तरह के डेटा को शेयर किया जा रहा था.
RBI गाइडलाइन्स के अनुसार, सभी पेमेंट कंपनियां जो देश में ऑपरेट होती हैं उन सभी का ट्रांजैक्शन डेटा लोकल सर्वर पर स्टोर होना चाहिए. Bloomberg की रिपोर्ट में बताया गया कि Paytm Payments Bank के केस में ऐसा नहीं है.
हालांकि, Paytm ने डेटा लीक के दावे को खारिज कर दिया. Paytm Payments Bank के एक स्पोक्सपर्सन ने बताया कि Bloomberg की ये रिपोर्ट कि चीनी फर्म Paytm Payments Bank के डेटा को लीक कर रहा है, ये दावा पूरी तरह से गलत है.
उन्होंने आगे बताया कि Paytm Payments Bank पूरी तरह से देश में बना बैंक है और ये RBI के डेटा लोकेलाइजेशन रूल्स को फॉलो करता है. बैंक के सभी डेटा देश में ही है. कंपनी डिजिटल इंडिया प्रोग्राम को मानती है और देश में इसे बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है.
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते सेंट्रल बैंक ने पेमेंट बैंक को एक व्यापक आईटी ऑडिट करने के लिए एक बाहरी फर्म को नियुक्त करने के लिए भी कहा था. RBI ने पिछले हफ्ते अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए Banking Regulation Act, 1949 के सेक्शन 35A के तहत Paytm Payments Bank Ltd को नए कस्टमर्स को ऐड करने से मना कर दिया था.
Paytm Payments Bank Ltd में नए कस्मटर्स को तभी ऐड किया जा सकता है जब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया इसके लिए आईटी ऑडिटर्स की रिपोर्ट्स को रिव्यू करके इसकी परमिशन कंपनी को दें.