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जैकलीन को सुकेश ने कैसे किया गृह मंत्रालय के नंबर से कॉल? ऐसे होती है स्पूफिंग

Sukesh Chandrashekhar ने Jacqueline Fernandez को Call Spoofing के जरिए फंसाया था. यहां पर आप कॉल स्पूफिंग (Call Spoofing) से जुड़ी सारी बातें बता रहे हैं. 

फाइल फोटो फाइल फोटो
सुधांशु शुभम
  • नई दिल्ली,
  • 15 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 12:19 PM IST
  • Spoofing से कॉलर आईडी चेंज
  • 2004 से शुरू हुआ था कॉल स्पूफिंग स्कैम

ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में अपनी चार्जशीट दाखिल की है. इसमें बताया गया कि बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन (Jacqueline Fernandez) को सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh Chandrashekhar) की ओर से स्पूफ कॉल आया था. 

सुकेश चंद्रशेखर ने ये कॉल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ऑफिस के नंबर से किया था. इस वजह से जैकलीन ने विश्वास कर लिया कि ये कॉल अमित शाह के ऑफिस से ही आ रहे हैं. लेकिन उसने ऐसा कैसे किया? यहां पर आपको कॉल स्पूफिंग (Call Spoofing) से जुड़ी सारी बातें बता रहे हैं. 

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क्या है कॉल स्पूफिंग?

सबसे पहले आप समझें कि कॉल स्पूफिंग क्या होती है. आप किसी को किसी और के नंबर से बिना उसकी जानकारी के कॉल करते हैं तो इसे कॉल स्पूफिंग कहा जाता है. इसे ऐसे समझें अगर मैंने आपको आपके ही किसी जानने वाले के नंबर से कॉल किया लेकिन वो नंबर उनके पास मौजूद है और इस कॉल के बारे में उन्हें पता नहीं है तो इसे कॉल स्पूफिंग कहा जाता है. 

ये स्कैम साल 2004 के आसपास से शुरू हुआ था. तब इसे करने के लिए टेक्निकल स्किल्स की जरूरत होती थी. अब VoIP की वजह से ये आसान हो गया है. VoIP यानी वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल. इंटरनेट की मदद से किए जाने वाले कॉल्स को VoIP कहा जाता है. 

अब कई पेड और ऑनलाइन सर्विस से बिना टेक बैकग्राउंड वाले लोग भी इसका यूज आसानी से कर लेते हैं. इसके अलावा एक दूसरा कॉन्सेप्ट भी है जिसे ऑरेंट बॉक्स कहा जाता है. इसका यूज किसी स्पेसिफिक टारगेट के लिए किया जाता है. 

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बदल जाती है आईडी

Spoofing का यूज करके कॉलर आईडी को बदल दिया जाता है. इससे विक्टिम को लगता है ये कॉल किसी खास व्यक्ति या जगह से आई है. ये स्कैम नया नहीं है. इसका यूज दुनियाभर में स्कैमर्स करते हैं. इसका यूज कई किडनैपर्स भी करते हैं. वो विक्टिम के घरवालों को उनके ही नंबर से कॉल करके पैसों की डिमांड करते हैं. 

ऐसा नहीं है कि कॉल स्पूफिंग का यूज सिर्फ क्राइम में किया जाता है. इसका यूज कई लोग दोस्तों के साथ प्रैंक करने के लिए भी करते हैं. वो दोस्तों को किसी सेलिब्रिटी के नंबर से कॉल करके उनके साथ मजाक करते हैं. उनके दोस्त को लगता है कि उन्हें किसी सुपरस्टार का कॉल आया है. 

मोबाइल नंबर स्पूफिंग का यूज लॉ-इनफोर्समेंट एजेंसी क्रिमिनल्स को ट्रैक करने के लिए भी करती है. Orange boxing के जरिए भी स्पूफ कॉल किए जा सकते हैं. हालांकि, ये थोड़ा कंप्लीकेटेड प्रोसेस है. ED ने अभी इस बात की जानकारी नहीं दी है कि जैकलीन को कैसे स्पूफ किया गया था. लेकिन, माना जा रहा है इसके लिए ऑरेंज बॉक्सिंग का यूज किया गया होगा. 

स्पूफ कॉल से बचने का कोई फुल-प्रूफ तरीका उपलब्ध नहीं है. इसके लिए कोई एंटी-वायरस सॉल्यूशन भी उपलब्ध नहीं है. स्कैमर्स कॉलर आईडी को ऐप्स को भी चकमा देते हैं. ऐसे में अगर आप के पास किसी अनजान नंबर से कॉल आता है तो उसे पहली बार इग्नोर कर दें.

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आपको अचानक किसी सेलिब्रिटी या मंत्री का कॉल आता  है तब भी आपको इसे क्रॉस चेक कर लेना चाहिए. अगर कॉलर आपको कॉल के दौरान किसी नंबर को प्रेस करने के लिए कहते हैं तो तुरंत कॉल को डिस्कनेक्ट कर दें. ये स्पूफ कॉल हो सकती है. 
 

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