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5G स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद अब चर्चा नेटवर्क लॉन्चिंग की हो रही है. जियो, एयरटेल और Vi (वोडाफोन आइडिया) तीनों ही टेलीकॉम कंपनियों ने इस ऑक्शन में हिस्सा लिया था. इस महीने के अंत तक हमें 5G नेटवर्क एक्सपीरियंस करने के लिए मिल सकता है. जियो और एयरटेल दोनों ने ही 5G रोलआउट को लेकर जानकारी दी है.
जियो ने जानकारी दी है कि उन्होंने देश के 1000 शहरों में 5G सर्विस रोलआउट की तैयारी पूरी कर ली है. 4G में अपना दमखम दिखाने के बाद जियो 5G के लिए भी ऐसी की तैयारी में जुटा है.
कंपनी की मानें तो उन्होंने 100 परसेंट स्वदेशी (भारत में विकसित) इक्विपमेंट के साथ 5G सर्विस देने के लिए कई कदम उठाएं हैं. यहां इस बात पर गौर किया जाना चाहिए कि जियो इन 1000 शहरों में 5G सर्विस रोलआउट नहीं कर रहा है. बल्कि कंपनी ने इन शहरों के लिए कवरेज प्लानिंग पूरी कर ली है.
5G को लेकर जियो की यह जानकारी दूसरी कंपनियों के लिए बड़ी चुनौती हो सकती है. शुरुआत में कंपनी चुनिंदा शहरों में ही अपनी सर्विस को रोलआउट करेगी, जिसका बाद में विस्तार किया जाएगा.
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपनी एनुअल रिपोर्ट में कहा है कि जियो ने वित्त वर्ष 2021-22 में अपनी 100 परसेंट स्वदेशी टेक्नोलॉजी के साथ 5G सर्विसेस के लिए खुद को तैयार करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं.
5G स्पेक्ट्रम नीलामी में रिलायंस जियो ने सबसे बड़ी बोली लगाई है. ऑक्शन में कुल 1.50 लाख करोड़ रुपये की बोली लगाई गई है. इसमें जियो ने अकेले 88,078 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई थीं.
जियो ने 4G की शुरुआत अफोर्डेबल ऑप्शन के तौर पर की थी. हालांकि, बाद में कंपनी ने अपने टैरिफ प्लान्स की कीमत में इजाफा किया. इसके बाद भी कंपनी के रेवेन्यू पर कोई असर नहीं हुआ. संभवतः 5G के लिए कंपनी ऐसी ही स्ट्रैटजी अपना सकती है.
स्पेक्ट्रम नीलामी के बाद जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश अंबानी ने कहा था कि हम पूरे भारत में 5जी रोलआउट के साथ 'आजादी का अमृत महोत्सव' मनाएंगे. उन्होंने बताया, 'जियो विश्वस्तरीय, अफोर्डेबल 5G और 5G-सक्षम सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है.'
यानी जियो 5G को लेकर आक्रामक प्लानिंग कर रहा है और हमें अफोर्डेबल सर्विस ऑप्शन भी देखने को मिल सकता है. जियो लंबे समय से सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बनी हुई है. वित्त वर्ष 2021-22 में भी यह सिलसिला जारी रहा है.
खास बात ये है कि इस दौरान कंपनी ने अपने टैरिफ प्लान्स की कीमत में 20 परसेंट का इजाफा किया था. यानी कंपनी अपने एवरेज रेवेन्यू पर यूजर को बेहतर कर रही है.
दूरसंचार विभाग का कहना है कि 5G स्पेक्ट्रम पर बेस्ड सर्विसेस शुरू होने से 4G की तुलना में 10 गुना तेजी से कंटेंट डाउनलोड होगा. स्पेक्ट्रम की सक्षमता भी करीब तीन गुना बढ़ जाएगी.