
भारत में आजकल 'मेक इन इंडिया' पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. ऐसी कड़ी में भारतीय युवाओं को भी पॉपुलर ऐप्स के अल्टरनेटिव ऐप्स भारत में ही तैयार करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए हाल-फिलहाल में कई भारतीय ऐप्स सामने आए हैं. ऐसा ही एक ऐप Koo है, जिसे पॉपुलर माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर का अल्टरनेटिव या इंडियन वर्जन कहा जा रहा है.
इस ऐप की चर्चा हम इसलिए भी कर रहे हैं क्योंकि बीते रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र ने अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान उन कई मेड इन इंडिया ऐप्स की तारीफ की जिन्होंने हाल ही में खत्म हुए आत्मनिर्भर भारत ऐप इनोवेशन चैलेंज में जीत हासिल किया है. Koo ऐप उन्हीं ऐप्स में से एक है, जिसकी सराहना पीएम ने की. इस ऐप ने सोशल कैटेगरी के अंदर जीत हासिल की है.
क्या है Koo ऐप?
इस ऐप को अप्रमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका द्वारा मार्च में डेवेलप किया गया था. एक ट्विटर की तरह एक प्लेटफॉर्म है, जहां यूजर्स अपने व्यूज और ओपिनियन्स एक्सप्रेस कर सकते हैं. सबसे खास बात ये है कि ये ऐप कन्नड़ और हिंदी जैसी कई भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है. जल्द ही इसे तेलुगु, बंगाली, तमिल, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबीस, उड़िया और आसामी में भी लॉन्च किया जाएगा. इसमें यूजर्स अपनी पसंद की भाषा में अपने आप को एक्सप्रेस कर सकते हैं.
इस ऐप के जरिए यूजर्स लोगों को फॉलो कर सकते हैं और इमेज, ऑडियो, टेक्स्ट और वीडियो फॉर्मेट में पोस्ट शेयर भी कर सकते हैं. इसमें दूसरों से चैट भी किया जा सकता है. इस ऐप के जरिए यूजर्स सेलेब्रिटिज, न्यूज चैनल्स, जर्नलिस्ट और कई बड़ी हस्तियों को फॉलो कर सकते हैं. कई महत्वपूर्ण लोग इस ऐप का हिस्सा भी हैं. इनमें केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद, कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री, पुलिस उपायुक्त, अनिल कुंबले और जवागल श्रीनाथ के नाम शामिल हैं.
ये ऐप एंड्रॉयड और iOS दोनों ही यूजर्स के लिए उपलब्ध है. गूगल प्ले स्टोर पर इसके 500,000 से भी ज्यादा डाउनलोड्स हो चुके हैं.