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Meta AI लोगों तक AI की पहुंच कर रहा आसान, मेटा इंडिया की प्रमुख संध्या देवनाथन से खास बातचीत

India Today Business Today AI Conference 2024 में AI के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर चर्चा हुई. इस इवेंट के एक सेशन में Meta India की प्रमुख संध्या देवनाथन ने भी हिस्सा लिया. उन्होंने बताया कि भारत उनके लिए एक प्रमुख बाजार है. साथ ही उन्होंने कहा कि Meta AI लोगों तक AI की पहुंच को आसान बना रहा है. उन्होंने AI के भविष्य पर भी चर्चा की है.

मेटा इंडिया की प्रमुख संध्या देवनाथन मेटा इंडिया की प्रमुख संध्या देवनाथन
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 9:08 PM IST

India Today Business Today AI Conference 2024 में मेटा इंडिया की प्रमुख और वायस प्रेसिडेंट संध्या देवनाथन ने भी हिस्सा लिया. उन्होंने AI के एडवांसमेंट और भारत में उसके प्रभाव पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि दुनियाभर में 50 करोड़ लोग Meta AI का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसमें भारत एक बड़ा भागीदार है. 

उन्होंने बताया, 'जब LLAMA डाउनलोड्स की बात आती है, तो भारत हमारा एक बड़ा बाजार है.' देवनाथन ने AI के एडॉप्शन और AI टेक्नोलॉजी को शेप देने में भारत की भूमिका पर जोर दिया है. 

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Meta AI कैसे कर रहा मदद?

देवनाथन ने सभी लोगों तक AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की पहुंच के लिए मेटा के मिशन पर जोर दिया. उन्होंने इसे अधिक आसान और समावेशी बनाने की बात कही. देवनाथन ने कहा, 'Meta AI का उद्देश्य AI तक सभी की पहुंच को सक्षम बनाना है.' Sarvam GenAI जैसे मॉडल्स के जरिए मेटा की ओपन सोर्स अप्रोच ने डेवलपर्स को लोकल जरूरतों के हिसाब से इनोवेशन को बढ़ावा देने में सक्षम बनाया है.

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प्राइवेसी के मुद्दों पर, विशेष रूप से मेटा के Ray-Ban स्मार्ट ग्लास जैसे प्रोडक्ट्स के बारे में बात करते हुए, देवनाथन ने सेफगार्ड्स को प्राथमिकता देने की बात कही. उन्होंने कहा, 'यही कारण है कि बिना लाइट ऑन किए आप इन ग्लासेस से तस्वीरें या वीडियो नहीं ले सकते हैं.' उन्होंने AI मॉडल्स की विकासशील प्रकृति को स्वीकार किया है. देवनाथन ने कहा, 'सभी जेनरेटिव AI मॉडल अभी डेवलपिंग स्टेज में हैं. कोई भी मॉडल अभी परफेक्ट नहीं है.'

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सिक्योरिटी पर कैसे काम करता है Meta

मेटा की सिक्योरिटी सिस्टम पर उन्होंने 'रेड टीमिंग' का जिक्र किया, जहां इंटरनल और एक्सटर्नल एक्सपर्ट्स खामियों को खोजकर उन्हें दूर करते हैं. देवनाथन ने बताया कि ओपन-सोर्सिंग टेक्नोलॉजी उसकी क्रेडेबिलिटी को मजबूत करती है, क्योंकि ग्लोबल डेवलपर कम्युनिटी इसे बेहतर करने में मदद करती है. 

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उन्होंने एक ऐसे फ्यूचर की कल्पना की, जहां AI एजेंट कस्टमर सर्विस और छोटे बिजनेसेस के ऑपरेशन को बेहतर बनाएंगे. देवनाथन ने कहा, 'सभी कंपनियां या बिजनेसेस जिनके पास एक एआई एजेंट हो, जो आपसे सीखता हो, छोटे बिजनेसेस की प्रोडक्टिविटी और मुनाफे को बढ़ाएगा.'

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