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रांची में बच्चों ने बनाया बेहद खास हेलमेट, शराब पीने पर नहीं स्टार्ट होगी बाइक, जानिए खूबियां

Special Helmet: सड़क हादसे में हर साल कितने ही लोगों की मौत हो जाती है. इसमें बड़ी संख्या ड्रिंक एंड ड्राइव वाले लोगों की हैं. क्या हो अगर किसी के नशे में होने पर उसकी बाइक ही स्टार्ट ना हो. ऐसा ही एक हेलमेट रांची के चार बच्चों ने तैयार किया है. वैसे अभी इसका प्रोटोटाइप विकसित किया गया है. आइए जानते हैं इसकी डिटेल्स.

बच्चों ने बनाया खास Helmet बच्चों ने बनाया खास Helmet
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 09 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 4:02 PM IST

ड्रिंक एंड ड्राइव के मामले अक्सर देखने सुनने को मिलते हैं. इस तरह के हादसों में बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गंवाते हैं. रांची के स्कूल में बच्चों एक ऐसा हेलमेंट तैयार किया है, जो इस तरह की घटना पर रोक लगा सकता है. इसके लिए बच्चों ने हेलमेट में एक स्पेशल चिप लगायी है. इसकी वजह से शराब पीकर बाइक चलाने वालों पर नकेल कसी जा सकेगी. 

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सेंट जेवियर स्कूल के 4 बच्चों ने इस प्रोटोटाइप को तैयार किया है. छात्रों ने सेंसर वाला एक हेलमेट का प्रोटोटाइप बनाया है. अगर प्रोटोटाइप को असल जिंदगी में विकसित कर लिया गया, तो ड्रिंक एंड ड्राइव पर लगाम लगेगी. हेलमेट में एक ऐसी चिप लगी है, जो बाइक राइडर के नशे में होने पर अलर्ट भेजेगी. 

कैसे काम करेगा हेलमेट? 

हेलमेट की भेजे अलर्ट की वजह से बाइक स्टार्ट ही नहीं होगी. छात्र आगे चलकर एक और चिप विकसित करना चाहते हैं, जिसकी वजह से हेलमेट ना होने या फिर अच्छे ना पहनने पर बाइक स्टार्ट ना हो. ड्रिंक एंड ड्राइव से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सेंट जेवियर स्कूल के 6वीं क्लास के चार बच्चों ने सेंसर वाले इस खास हेलमेट को तैयार किया है. 

हेलमेट में लगी चिप ना सिर्फ शराब के स्मेल को डिटेक्ट करती है, बल्कि बाइक को स्टार्ट होने से भी रोकेगी. बच्चे एक और ऐसी ही चिप तैयार करना चाहते हैं, जिसकी वजह से बिना हेलमेट बाइक स्टार्ट नहीं होगी. इस प्रोटोटाइप को अविराज सिंह, वत्सल सरावगी, पार्थ और आरव पोद्दार ने विकसित किया है.

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हर साल हजारों लोगों की जाती है जान

स्कूल के वाइस प्रिंसिपल और टीचर ने बताया कि इस अनोखे हेलमेट का प्लान बच्चों ने तैयार किया था. उन्होंने सिर्फ उन्हें गाइड किया. उन्होंने कहा कि बच्चे गुणवान होते हैं. उन्हें सिर्फ दिशा देने की जरूरत होती है. मौजूदा समय में बच्चों के प्रेक्टिकल अप्रोच पर विशेष ध्यान देना चाहिए. 

ट्रैफिक सुरक्षा पर काम के लिए चर्चित ऋषभ आनंद ने बताया कि झारखंड में हर साल सड़क हादसों में करीब 3,500 लोगों की जान जाती है. इसमें सबसे ज्यादा मौत ओवर स्पीड की वजह से होती है. सबसे ज्यादा बाइक राइडर्स जान गंवाते हैं.

उन्होंने कहा कि बच्चों ने ड्रिंक एंड ड्राइव और बिना हेलमेट बाइक स्टार्ट ना होने का बेहतरीन तरीका ढूंढा है. जब ये सिस्टम पूरी तरह से डेवलप हो जाएगा तो वह हेलमेट निर्माता कंपनियों से इन खूबियों को जोड़ने की पहल जरूर करेंगे. 

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