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Elon Musk बेच रहे हैं ट्विटर ब्लू टिक, तालिबानियों ने खरीदना शुरू कर दिया

Twitter Blue सब्सक्रिप्शन से यूजर्स को कई तरह के बेनिफिट्स दिए जाते हैं. यूजर्स को इस सर्विस से ट्विटर अकाउंट के सामने ब्लू चेकमार्क भी मिलता है. अब इसका फायदा तालिबानी भी उठाने लगे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, कई तालिबानी नेताओं ने पेड सर्विस का इस्तेमाल कर ट्विटर पर ब्लू टिक ले लिया है. इससे उनकी उपस्थिति माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट पर बढ़ेगी.

ट्विटर की पेड सर्विस के साथ मिलता है ब्लू टिक ट्विटर की पेड सर्विस के साथ मिलता है ब्लू टिक
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 18 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 10:06 AM IST

Twitter ने हाल ही में पेड Blue Tick सर्विस शुरू की है. इससे कोई भी पैसे देकर ट्विटर पर ब्लू टिक ले सकता है. हालांकि, भारत में ये सर्विस ऑफिशियली शुरू नहीं हुई है लेकिन लोग अपनी लोकेशन को चेंज करते ब्लू टिक ले रहे हैं. लेकिन, नई रिपोर्ट आपको चौंका सकती है. तालिबान में भी Twitter ब्लू टिक खरीदा जा रहा है. 

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कई नेता खरीद रहे हैं ट्विटर ब्लू टिक

रिपोर्ट में बताया गया है कि तालिबानी नेता ने ट्विटर पेड वेरिफिकेशन सर्विस के लिए साइन-अप किया है. इसका मतलब उनके भी अकाउंट्स पर ब्लू टिक दिखेगा. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अभी दो तालिबानी अफसर और अफगानिस्तान में कट्टरपंथी इस्लामवादी समूह के चार प्रमुख समर्थक ब्लू टिक का इस्तेमाल कर रहे हैं. 

इससे पहले ब्लू टिक केवल एक्टिव नोटेबल और पब्लिक इंटरेस्ट वाले ऑथेंटिक अकाउंट को ही दिया जाता था. इसको कंपनी वेरिफाई करती थी और इसे खरीदा नहीं जा सकता था. एलॉन मस्क ने ट्विटर खरीदने के बाद इसमें बदलाव किया है. 

पेड सब्सक्रिप्शन के साथ मिलता है Twitter ब्लू टिक

उन्होंने पेड सब्सक्रिप्शन के जरिए ट्विटर ब्लू टिक देने की सर्विस शुरू की है. इससे यूजर्स पैसे देकर ब्लू सर्विस खरीद सकते हैं. इसमें यूजर्स को ब्लू चेकमार्क के अलावा दूसरे कई प्रीमियम फीचर्स दिए जाते हैं. एक्सेस टू इंफोर्मेशन " के लिए तालिबान के विभाग के प्रमुख हिदायतुल्लाह हिदायत के पास अब ब्लू टिक है. वो तालिबान सरकार से जुड़ी जानकारी शेयर करते हैं. 

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रिपोर्ट में बताया गया है कि अफगानिस्तान के सूचना और संस्कृति मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी अब्दुल हक हम्माद के अकाउंट को भी ब्लू टिक दे दिया गया है. ट्विटर पर तालिबान की मौजूदगी पर सालों से सवाल उठ रहे हैं. अब लोग अंदेशा जता रहे हैं कि इसका दुरुपयोग कर तालिबान अपनी विचारधारा को दुनिया के दूसरे लोगों बीच फैलाएगा. 

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