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...तो लौट आएगा सस्ते रिचार्ज प्लान का दौर! क्या है TRAI का नया प्रपोजल?

TRAI consultation Paper: ट्राई समय-समय पर कंसल्टेशन पेपर जारी करके टेलीकॉम कंपनियों से उन पर जवाब मांगता रहता है. इन कंसल्टेशन पेपर से कई बार कंज्यूमर्स के लिए अच्छी खबर भी आ जाती है. हाल में ही ट्राई ने एक कंसल्टेशन पेपर जारी किया है, जिसमें स्टेकहोल्डर्स से सिर्फ कॉलिंग और SMS वाले प्लान्स को वापस लाने पर प्रतिक्रिया मांगी गई है.

टेलीकॉम कंपनियां अब ज्यादातर बंडल प्लान्स ही ऑफर करती हैं. टेलीकॉम कंपनियां अब ज्यादातर बंडल प्लान्स ही ऑफर करती हैं.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 27 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 2:59 PM IST

टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने एक कंसल्टेशन पेपर रिलीज किया है. एजेंसी ने 'रिव्यू ऑफ टेलीकॉम कंज्यूमर प्रोटेक्शन रेगुलेशन (TCPR) 2012' पर कंसल्टेशन पेपर जारी किया है. इस पर एजेंसी ने स्टेकहोल्डर्स से प्रतिक्रिया मांगी है. ये कंसल्टेशन पेपर आम लोगों के लिए बहुत खास साबित हो सकता है. 

दरअसल, इसमें वॉयस और SMS पैक को वापस लाने पर स्टेकहोल्डर्स से उनका विचार मांगा गया है. अगर आप मौजूदा रिचार्ज पोर्टफोलियो देखेंगे, तो आपको ज्यादातर प्लान्स डेटा पर फोकस नजर आएंगे. यानी यूजर को डेटा की जरूरत हो या नहीं उन्हें ये खरीदना ही पड़ता है. 

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क्या है ट्राई का कहना?

ऐसे में ट्राई सिर्फ कॉलिंग और SMS वाले प्लान्स को वापस लाने पर कंपनियों का विचार मांगा है. एजेंसी ने कहा, 'ऐसा देखने को मिल रहा है कि बाजार में मौजूद ज्यादातर बंडल टैरिफ प्लान्स वॉयस, डेटा, SMS और OTT के सर्विस के मिले हुए विकल्प हैं, जो बड़ी संख्या में सब्सक्राइबर्स की जरूरत को पूरा नहीं करते हैं.'

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'ऐसी धारणा है कि सब्सक्राइबर्स को उन सर्विसेस के लिए भुगतान करना पड़ रहा है, जो उनके लिए जरूरी नहीं है.' TRAI ने अपने कंसल्टेशन पेपर में ये बातें कही है. इसके साथ ही ट्राई ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स को वाउचर्स की कलर कोडिंग को जारी करने का भी प्रस्ताव रखा है.

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क्या हर प्लान का अगल होगा रंग?  

पहले टेलीकॉम कंपनियां टॉप-अप, कॉम्बो और दूसरे प्लान्स को अलग-अलग कलर में रिलीज करती थी. मसलन टॉप-अप ग्रीन कलर में आते थे, जबकि कॉम्बो पैक के लिए ब्लू कलर इस्तेमाल होता था. इससे कंज्यूमर्स को पता चलता था कि ये कौन-सा रिचार्ज किसके लिए है. 

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TRAI ने टेलीकॉम कंपनियों से पूछा है कि क्या डिजिटल मीडियम में कलर कोडिंग सही कदम होगा. ट्राई ने 16 अगस्त 2024 तक स्टेकहोल्डर्स से इस कंसल्टेंशन पेपर पर लिखित प्रक्रिया मांगी है. वहीं इस पर कोई भी काउंटर प्रतिक्रिया 23 अगस्त 2024 तक दर्ज कराई जा सकती है.

कंसल्टेशन पेपर के जरिए TRAI किसी मुद्दे पर सभी स्टेकहोल्डर्स से उनकी राय मांगता है. इसका ये मतलब नहीं होता है कि इस तरह का कोई नियम या आदेश जारी किया जाने वाला है. ऐसे में एंजेंसी ने सिर्फ स्टेकहोल्डर्स से वॉयस और SMS वाले प्लान्स पर उनकी राय मांगी है. इस तरह के प्लान्स बहुत कम ही अब मिलते हैं. 

अगर टेलीकॉम कंपनियां सिर्फ कॉलिंग और SMS वाले प्लान्स ऑफर करेंगी, तो निश्चित रूप से उनकी कीमत कम होगी. हमें अभी भी ऐसे कुछ प्लान्स देखने को मिल सकते हैं, जिसमें अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग और SMS के साथ मामूली डेटा मिलता है. इन प्लान्स की कीमत डेली डेटा वाले प्लान्स से काफी कम होती है.

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