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5G जारी होने से पहले US एयरलाइन कंपनियों की चेतावनी, भारत में भी पायलटों ने चेताया

5G 'C-Band सर्विस को अमेरिका में टेलीकॉम कंपनियां 19 जनवरी से शुरू करने वाली हैं. Airlines of America ने एयर पैसेंजर्स, शिपर्स, सप्लाई चेन और जरूरी मेडिकल सप्लाई की डिलीवरी में होने वाली दिक्कत से बचने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की है.

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पॉलोमी साहा/नागार्जुन
  • नई दिल्ली,
  • 19 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST
  • 5G C-Band सर्विस पर विवाद
  • रनवे के पास ना हो सर्विस- एयरलाइन

कई प्रमुख अमेरिकी पैसेंजर और कार्गो विमान कंपनियों ने अमेरिका में 5G 'C-Band सर्विस रोलआउट होने से पहले वार्निंग दी हैं. 5G 'C-Band सर्विस को अमेरिका में टेलीकॉम कंपनियां 19 जनवरी से शुरू करने वाली हैं. Airlines of America ने एयर पैसेंजर्स, शिपर्स, सप्लाई चेन और जरूरी मेडिकल सप्लाई की डिलीवरी में होने वाली दिक्कत से बचने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की है.

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इसको लेकर नेशनल इकोनोमिक काउंसिल डायरेक्टर, सेक्रेटरी ऑफ ट्रांसपोर्टेशन और फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA)को American Airlines, Delta Airlines, Alaska Air, United Airlines, Jet Blue Airways, FedEx Express, Southwest Airlines के चीफ एग्जीक्यूटिव ने लेटर लिखा है. ये लेटर Airlines of America के बैनर तले लिखा गया है. 

लेटर में लिखा गया है कि हम आपसे आग्रह कर रहे हैं 5G को पूरे देश में चालू किया जाए लेकिन इस सर्विस को FAA द्वारा बताए गए प्रभावित एयरपोर्ट रनवे के लगभग 2 मील के अंदर 19 जनवरी से नहीं शुरू किया जाए. 

इससे 5G बिना एविएशन इंडस्ट्री , पब्लिक ट्रैविंग, सप्लाई चेन, वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन, वर्क फोर्स और इकोनोमी को हार्म पहुंचाए चालू किया जा सकता है. इससे पहले Federal Aviation Administration ने एक स्टेटमेंट में कहा था कि जहां 19 जनवरी से 5G C-बैंड शुरू किया जाएगा वहां पर लगभग 45 परसेंट U.S. कर्मिशियल फ्लीट को लो-विजिबलिटी पर लैंड करने के लिए क्लियर कर लिया गया है. 

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इसमें ये भी कहा गया है कि एजेंसी ने दो रेडियो अल्टीमीटर मॉडल को अप्रूव कर लिया है. ये Boeing और Airbus प्लेन में इंस्टॉल्ड होते हैं. ये एयरक्राफ्ट और अल्टीमीटर का कंबीनेशन अप्रूवल 88 एयरपोर्ट में से 48 रनवे को ओपन करता है. ये सीध तौर पर 5G C-बैंड इंटरफेरेंस से प्रभावित होगा. इसमें ये भी कहा गया है कि FAA क्लियरेंस ज्यादातर हब के लिए अप्लाई नहीं होता है. इससे ज्यादातर विमान ग्राउंडेड रहेंगे. 

एविएशन vs 5G डिबेट अब भारत तक भी पहुंच चुका है. 4 जनवरी को फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स ने सिविल एविएशन मिनिस्टर Jyotiraditya Scindia को एक लेटर लिखा था. इसमें 5G सर्विस से एयरक्रॉफ्ट ऑपरेशन पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चेतावनी दी गई थी.

फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स ने DGCA और Telecom Regulatory Authority of India को मिलकर काम करने का रिक्वेस्ट किया था. इसमें 5G मोबाइल कम्युनिकेशन सर्विस को C-Band में एफिशियंट तरीके से लाने का प्लान तैयार करने के लिए कहा गया है. 

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