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Windows 10 और एंड्रॉयड यूजर्स सावधान! Bluetooth के इस बग से खतरे में है आपका डिवाइस

Windows 10 और Android यूजर्स को Bluetooth खामियों की वजह से सावधान हो जाने की जरूरत है. सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स के अनुसार इसमें 16 वल्नेरिबिलिटी पाई गई हैं. इन वल्नेरिबिलिटी को BrakTooth नाम दिया गया है. इससे कई डिवाइस प्रभावित हुए हैं. 

Danger Danger
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 10:09 AM IST
  • Bluetooth से एक्सटर्नल कनेक्ट होने वाले डिवाइस स्पीकर्स, हेडफोन्स, माउस, कीबोर्ड और दूसरे डिवाइस प्रभावित हुए हैं
  • इस बग से कई इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स जैसे स्मार्टफोन्स, लैपटॉप्स और स्मार्टहोम गैजेट्स प्रभावित हुए हैं

Windows 10 और Android यूजर्स को Bluetooth खामियों की वजह से सावधान हो जाने की जरूरत है. सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स के अनुसार इसमें 16 वल्नेरिबिलिटी पाई गई हैं. इन वल्नेरिबिलिटी को BrakTooth नाम दिया गया है. इससे कई डिवाइस प्रभावित हुए हैं. 

इसमें Bluetooth से एक्सटर्नल कनेक्ट होने वाले डिवाइस स्पीकर्स, हेडफोन्स, माउस, कीबोर्ड और दूसरे डिवाइस प्रभावित हुए हैं. 
इस खामी से कई चिप्स बनाने वाली कंपनियां जैसे Qualcomm, Intel और Texas Instruments अफैक्ट हुई हैं. आपतो बता दें कि इन चिप्स का यूज कई मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां करती है. इसमें Microsoft Surface लैपटॉप्स, Dell डेस्कटॉप पीसी और कई एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स जैसे Samsung, Google Pixel, OnePlus और दूसरे स्मार्टफोन्स हैं. 

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रिसर्चर्स ने 13 चिप्स के 11 वेंडर्स पर इसको लेकर स्टडी किया था. Singapore University के एक पेपर के अनुसार ये बग्स कम से कम 1400 इम्बेडेड चिप कंपोनेंट्स पर पाए गए हैं.

इस बग से कई इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स जैसे स्मार्टफोन्स, लैपटॉप्स और स्मार्टहोम गैजेट्स प्रभावित हुए हैं. 

ये सभी Bluetooth कनेक्टिविटी के साथ आते हैं. अनुमान के अनुसार एक बिलियन से अधिक डिवाइस जो ब्लूटूथ पर डिपेंड करते हैं वो इससे प्रभावित हुए हैं. डैमेज को लेकर कहा गया है कि ये चिपसेट के साथ डिवाइस के टाइप पर डिपेंड करता है. 

कुछ डिवाइस में जब क्रॉफ्टेड पैकटे भेजा जाता है तो वो क्रैश कर जाते है. इसे सिंपल रिस्टार्ट से ठीक किया जा सकता है. इसका फायदा हैकर्स उठा कर मैलेशियस कोड को रिमोटली रन कर सकते हैं.

इससे डिवाइस में मैलवेयर को रिमोटली इंस्टॉल किया जा सकता है. इससे बचने के लिए आपको अपने विंडोज 10 या एंड्रॉयड डिवाइस को लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट करने की जरूरत है.

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