ICANN के मुताबिक बढ़ते साइबर अटैक्स को मद्देनजर रखते हुए कंपनी क्रिप्टोग्राफिक की में बदलाव कर रही है. आपको बता दें कि क्रिप्टोग्राफिक कीज डोमेन नेम सिस्टम यानी DNS को प्रोटेक्ट करने में मदद करती है. इसे आप इंटरनेट ऐड्रेस भी कहते हैं.