अब लगभग हर मिड रेंज स्मार्टफोन्स में सिक्योरिटी के तौर पर फिंगरप्रिंट स्कैनर दिया जाता है. लोग इसपर भरोसा भी करते हैं, क्योंकि ऐसा लगता है कि पिन से ज्यादा सिक्योर है. लेकिन इस पर सवाल उठे और अब शोधकर्ता यह साबित करने पर तुले हैं कि फिंगरप्रिंट स्कैनर तो नहीं ही हैं.