एस्ट्रो अंकल में आज हम आपको बताएंगे नरक चतुर्दशी या छोटी दीपावली की क्या महत्व है. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी (छोटी दीपावली) मनाई जाती है. नरक चतुर्दशी के दिन ही भगवान कृष्ण ने नरकासुर नाम के राक्षस का अपनी पत्नी सत्यभामा की मदद से वध किया था. इसी कारण कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नरक चतुर्दशी कहा जाता है. नरक चतुर्दशी के दिन सूर्य उदय होने से पहले उठकर अपने स्नान के जल में तिल डालकर स्नान किया जाता है. स्नान के बाद शुद्ध वस्त्र धारण करके भगवान सूर्यनारायण को तांबे के लोटे से अर्घ्य दिया जाता है. नरक चतुर्दशी के दिन ही अपने घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाकर यमदेव को प्रसन्न किया जाता है. नरक चतुर्दशी के दिन हनुमान जन्मोत्सव भी मनाया जाता है हनुमान जी की प्रसन्नता के लिए उन्हें लाल फल फूल अर्पण किए जाते हैं. इस दिन भगवान लक्ष्मीनारायण को पीले गेंदे के फूलों की माला सुबह के समय अर्पण करें और पीली मिठाई का भोग लगाएं तथा कन्याओं को मिठाई जरूर खिलाएं.
In this episode of Astro Uncle, we will tell you the importance of Narak Chaturdashi or Choti Diwali. It falls on Chaturdashi of the Krishna Paksha in the Vikram Samvat Hindu Calender month of Ashvin. On this day, Lord Krishna killed Narkasur. Watch video to know more about the Chaturdashi.