एस्ट्रो अंकल आज आपको बताएंगे देवी कालरात्रि करेंगी शत्रुओं से रक्षा कैसे करेंगी. नवरात्रि के सातवें दिन शक्ति कालरात्रि की पूजा अर्चना की जाती है और देवी को प्रसन्न करके शत्रुओं पर विजय प्राप्त की जाती है. देवी कालरात्रि का स्वरूप काफी भयंकर है इनका रंग काला है और इनके तीन नेत्र हैं. मां कालरात्रि के गले में विद्युत की अद्भुत माला है इनके हाथों में खड्ग और कांटा है और इनका वाहन गर्दभ है. लेकिन देवी कालरात्रि हमेशा भक्तों का कल्याण और शुभ करती हैं इसीलिए इन्हें शुभंकरी भी कहा जाता है. अपने शत्रु और विरोधियों को शांत और नियंत्रित करने के लिए देवी की पूजा अत्यंत शुभ होती है इनकी उपासना से भय, दुर्घटना तथा रोगों का नाश होता है. देवी कालरात्रि की कृपा से नकारात्मक ऊर्जा का दुष्प्रभाव नही होता है. शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का दुष्प्रभाव देवी कालरात्रि की विधिवत पूजा से दूर हो जाता है.