नवग्रहों में बृहस्पति को गुरु और मंत्रणा का कारक माना जाता है. शरीर में पाचन तंत्र, मेदा और आयु की अवधि को निर्धारित करता है. बृहस्पति के कारण ही व्यक्ति का मोटापा घटता और बढ़ता है. बृहस्पति सीधे तौर से मधुमेह की समस्या के लिये जिम्मेदार होता है. पांच तत्वों में आकाश तत्त्व का अधिपति होने के कारण इसका प्रभाव बहुत ही व्यापक और विराट होता है. इस पर देखें चाल चक्र.