गुरु पूर्णिमा के दिन शिष्य अपने गुरु की विशेष पूजा करता है और यथाशक्ति दक्षिणा, पुष्प, वस्त्र आदि भेंट करता है. गुरु की पूजा और उपासना करके जीवन में हर चीज बड़ी सरलता से पाई जा सकती है.