चंद्रयान-2 के चंद्रमा की सतह पर 48 दिन में उतरने की संभावना है. चंद्रयान-2 मिशन आखिर है क्या, यह भारत के लिए महत्वपूर्ण क्यों है? इसरो के अनुसार, चंद्रयान-2 चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर उतरेगा और इस जगह की छानबीन करेगा. यान को उतरने में लगभग 15 मिनट लगेंगे और ये तकनीकि रुप से बहुत मुश्किल क्षण होगा क्योंकि भारत ने पहले कभी ऐसा नहीं किया है. ISRO के अनुसार, 'चंद्रयान-2' चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में उतरेगा, जहां अब तक कोई देश नहीं गया है. ISRO प्रमुख के. सिवन के अनुसार, मिशन के दौरान जल के संकेत तलाशने के अलावा 'शुरुआती सौर मंडल के फॉसिल रिकॉर्ड' भी तलाश किए जाएंगे.
On Monday, ISRO successfully launched Chandrayaan 2. In this episode of the Lallantop Show we will talk about the importance of moon mission, Chandrayaan2. We will also tell you what this mission means for India. According to the ISRO, this mission will explore the south pole of the moon. Watch video.