रिश्ते में संजय सिन्हा ने इस बार अपनी कहानी की शुरुआत भीलवाड़ा यात्रा से की. उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा जाते हुए बीच में एक दिन वह जयपुर में रुके. उन्होंने कहा, 'जयपुर में दीदी रहती हैं. इस यात्रा में मेरी पत्नी मेरे साथ थी. जयपुर में दीदी ने मुझसे कई बार कहा कि एक दिन और रुक जाओ, भीलवाड़ा कल चले जाना. लेकिन मैंने उन्हें कई बार समझाया कि मेरा जाना जरूरी है. मुझे वहां के लोगों ने बुलाया है और आने का वादा किया है.' जानिए आगे क्या होता है और कहानी के जरिए वह क्या कहना चाहते हैं?
Sanjay Sinha started this time Rishtey, with his story about journey of Bhilwara. He said that while going to Bhilwara, he stayed in Jaipur one day. Know what happens next and what do he want to say through the story?