संजय सिन्हा आज हम सबकी व्यस्तताओं से जुड़ी कहानी सुना रहे हैं. जीवन की आपाधापी में हम अपने लिए कुछ वक्त निकाल पाएं तो बड़ी बात होती है. संजय बता रहे हैं कि वो दिल्ली में कई साल से रह रहे हैं बावजूद इसके उन्होंने आज से पहले पुरानी दिल्ली का इलाका नहीं देखा था. बीती रात वो अपने परिवार के साथ चावड़ी बाजार, चांदनी चौक घूमने गए थे.
देर रात तक शहर की सैर की तो सुबह थोड़ी देर से भी उठे, जब संजय की पत्नी उठीं तो उनके मुंह से निकला 'अरे आज तो पूरा दिन निकल गया और हमें पता ही नहीं चला...' संजय की कहानी यही कह रही है कि दिन ऐसे ही निकल जाता है और हमें पता ही नहीं चलता.