संजय सिन्हा आज प्रिवेंटिव मेडिसिन से जुड़ी एक जरूरी कहानी सुना रहा हैं. आमतौर पर हम परेशानी या बिमारी आने के बाद उसका इलाज खोजते हैं लेकिन क्यों न ऐसे हालात तैयार किए जाएं कि वो परेशानी आ ही न सके.
इसी तरह ईश्वर को दुख में सभी याद करते हैं लेकिन सुख के वक्त से ही ईश्वर को क्यों न याद किया जाए और हर गलत काम करने से पहले उसके नतीजों के बारे में सोचा जाए तो भविष्य में आने वाली बड़ी मुश्किलों से बचा जा सकता है.