हर मां की इच्छा होती है कि उसका बेटा अच्छा आदमी बने. अच्छा इंसान बनना कुछ भी बनने से अधिक महत्वपूर्ण होता है. कोई भी काम बड़ा या छोटा नहीं होता बल्कि काम को करने वाला बड़ा या छोटा होता है. व्यक्ति क्या बनेगा ये सब नियत पर निर्भर करता है. अपनी नियत साफ रखकर व्यक्ति जो भी काम करता है वही अच्छा होता है.