पिछले दिनों मैं मध्य प्रदेश के आदिवासी जिले मंडला के दिव्यांग स्कूल में गया था. यहां ऐसे बच्चों को पढ़ाया जाता है जिन्हें दुनिया गूंगा और बहरा कहती है. दरअसल ये बच्चे ना आपकी बाषा समझते हैं और ना आप इनकी बाषा समझते हैं ऐसे में ये अगर अपनी कोई कहानी आपको सुनाएं भी तो आप कैसे समझेंगे. देखें- संजय सिन्हा की ये कहानी.