संजय सिन्हा की कहानियों में जिंदगी के मायने छिपे होते हैं. रिश्तों में ईमानदारी का होना उतना ही जरूरी है जितना खाने में नमक का खोना. कहानी से जानें रिश्तों की अहमियत.