जब संजय सिन्हा नौकरी करने के लिए भोपाल से दिल्ली आ रहे थे, तो उनके सभी जानने वालों ने उनको अलग-अलग तरीकों से समझाने और सतर्क रहने की सलाह दी थी. संजय सिन्हा से अधिकतर लोगों ने कहा था, 'ये दुनिया मतलबी लोगों से भरी पड़ी है. यहां कदम-कदम पर लोगों के स्वार्थ आड़े आते हैं. संजय सिन्हा तुम भावुक आदमी हो, धोखा खाने से बचना.' संजय सिन्हा उस समय लोगों की इन बातों को सुनकर बेहद हैरान थे. हालांकि इस दौरान संजय सिन्हा के पिताजी ने उनको सबसे अलग राय दी, जो उनकी खुशी का मंत्र बन गया. सुनिए पूरी कहानी.....