दिल्ली के करोब बाग इलाके में एक विशालकाय हनुमान जी की मूर्ति बनी हुई है जो कई किलोमीटर दूर से देखी जा सकती है. संजय सिन्हा के दोस्त की बहन सरस्वती जब इस बड़ी सी मूर्ति के सामने से गुजरीं तो उन्होंने उस मूर्ति के नीचे बने छोटे से मंदिर को देखा और गाड़ी के अंदर से ही हाथ जोड़कर प्रार्थना की. सरस्वती चेन्नई से दिल्ली घूमने आईं हैं और उन्हें इस मूर्ति के बारे में खुद संजय सिन्हा ने ही बताया.
लेकिन रोज उस मूर्ति के सामने से गुजरने वाले संजय सिन्हा को आज तक उस मूर्ति के नीचे बने मंदिर के बारे में नहीं पता था. क्योंकि वो दिल्ली में ही रहते हैं और सैकड़ों बार उस मूर्ति के सामने से गुजरते हैं लेकिन कभी उसके नीचे बने छोटे से मंदिर को तलाशने की कोशिश नहीं की जिसे गैर हिन्दी भाषी और दिल्ली के बाहर रहने वाली सरस्वती ने खोज निकाला.