संजय सिन्हा सुना रहे हैं अपने गांव के दोस्त पिंटूजी की कहानी कि कैसे गांव में पढ़ाई-लिखाई न करने की वजह से उनकी शादी जल्द ही हो गई. शादी हो गई तो जल्दी ही बच्चे भी हो गए. उनमें से अधिक बेटियां ही थीं. बेटियों की वजह से वे कैसे अपनी बीबी को ही अभागा मानने लगे. इसके साथ ही वे पिंटूजी द्वारा उनको किए गए फोन के बारे में बता रहे हैं कि कैसे पिंटूजी ने एक स्थानीय अखबार से यह खबर पढ़ कर सुनाई कि अब बाजार में ऐसी भी दवाइयां आ गई हैं कि गाय सिर्फ बछिया ही देगी. देखें पूरी कहानी...