संजय सिन्हा को स्कूल और कॉलेज में ये पढ़ाया गया कि बाबर का बेटा हुमायूं था. हुमायूं का बेटा अकबर था. अकबर का बेटा जहांगीर और जहांगीर का बेटा शाहजहां था. संजय सिन्हा का सवाल है कि अगर उनको ये सब नहीं पढ़ाया गया होता, तो क्या होता? संजय सिन्हा इन सबकी बजाय बच्चों को स्कूलों में जीवन जीने की कला सिखाने और सड़क पर चलने का सलीका सिखाने के पक्ष में हैं. आखिर इसकी क्या वजह है, जानने के लिए सुनिए संजय सिन्हा की पूरी कहानी..