बहुत साल पहले सिंगापुर में डॉलफिन का एक शो देखते हुए जब लोग तालियां बजा रहे थे, मैं अपने आंसू पोंछ रहा था. बहुत सारी डॉल्फिन पानी में रिंग मास्टरनी के इशारों पर करतब दिखला रही थीं. मैंने रिंग मास्टरनी इसलिए कहा क्योंकि वो एक लड़की थी और वो दूर से उन डॉल्फिन को छोटी-छोटी मछलियां दिखलाती और डॉल्फिन उन मछलियों के लालच में कभी पानी में कूदतीं कभी ज़मीन पर रेंगतीं.
सबसे दुखद तो आख़िरी दृश्य था जब रिंग मास्टरनी के इशारे पर सारी डॉल्फिन अपने छोटे-छोटे डैनों को आगे भिखारी की तरह फैला कर लोगों के पास से गुज़र रही थीं. इस दृश्य को देख कर दर्शक तालियां बजा रहे थे. खुश हो रहे थे देखो डॉल्फिन का कमाल देखो.
मेरी आंखों के आगे स्कूल के समय का वो दृश्य नाचने लगा था, जब रिंग मास्टर कोड़े बरसाता और एक शेर आग के गोले से कूदता. संजय सिन्हा से सुने यह पूरी कहानी...