आज के दिन सूरज पूरब में नहीं, ट्विटर पर निकला था. डॉनल्ड ट्रंप से पूछा गया कि भारत अपने यहां दवाओं के निर्यात पर रोक लगा रहा है, ऐसे में कोरोना संक्रमण के इलाज में कारगर बताई जा रही हाइड्रोक्सी-क्लोरो-क्वीन या HCQ का आयात कैसे होगा. तो उनके जवाब को सुनकर ट्विटर पर मौजूद जनता ने ऐलान कर दिया कि ट्रंप ने भारत को नतीजे भुगतने की धमकी दे दी है. कुछ ही घंटों के भीतर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव का बयान आ गया कि भारत मानवीय आधार पर अपने पड़ोसियों को पैरासिटामॉल और HCQ का निर्यात करेगा. जिन देशों में महामारी का ज्यादा असर है, उन देशों को भी ये दवाएं दी जाएंगी. ये बयान सामने आते ही ट्विटर पर एक और ऐलान हुआ- अमेरिका की धमकी पर भारत ने दवाओं का निर्यात खोला. कुछ लोग दूसरे चरम पर पहुंच गए कि भारत बड़ा दिल करके अमेरिका की 'प्रार्थना' स्वीकार कर रहा है. लेकिन सच इन दोनों के बीच में कहीं है. बता रहे हैं दी लल्लनटॉप शो में.