किसी समाज पर जब अत्याचार बढ़ता है तो अत्याचारी को उसी समाज से जवाब मिलता है. उस समाज के लोग ही अत्याचार करने वालों के खिलाफ उठ खड़े होते हैं. ऐसा ही कुछ हो रहा है अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ. तालिबान को समाज के उस वर्ग से चुनौती मिल रही है जिसे वो सबसे कमजोर समझता है. जब-जब तालिबान सत्ता में आया है, सबसे ज्यादा तकलीफ महिलाओं को उठानी पड़ी है क्योंकि महिलाएं सबसे आसान टारगेट होती हैं. अफगानिस्तान की महिलाओं को तालिबान का वो खौफनाक दौर याद है, जब अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा था. तालिबान ने अफगानिस्तान की महिलाओं को इतना डराया है कि उनके दिल से अब तालिबान का डर ही खत्म हो गया है. तालिबान से लोहा लेने के लिए अब वहां की महिलाओं ने भी हथियार उठा लिया है. तालिबान के आतंक के खिलाफ महिलाएं उठ खड़ी हुई हैं. तालिबानी सिर्फ हथियार की भाषा समझते हैं इसलिए महिलाएं भी तालिबान के खिलाफ हथियार लेकर लड़ाई के मैदान में उतर चुकी हैं और इस बार तैयारी पूरी है. देखें ये रिपोर्ट.
Afghanistan is being trampled upon by the Taliban, who are capturing vast tracts of the country. Now, women have taken up guns in northern and central Afghanistan against Taliban. Watch the video for more information.