दिवाली में अगर मां लक्ष्मी की पूजा भगवान विष्णू के बगैर की जाती है तो पूजा का फल नहीं मिलता. दीपावली पर देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कार्तिक एकादशी के दिन से ही शुरू हो जाती है पूजा. इस एकादशी को बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है. इस एकादशी का महत्व इसलिए भी अधिक है, क्योंकि चतुर्मास की अंतिम एकादशी है. इसे रमा एकादशी भी कहते हैं.