आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में देश का पहला पेपरलेस बजट पेश किया. सरकार में शामिल लोग इस बजट को राहत देने वाला और अच्छा बजट बता रहे हैं तो वहीं विपक्षी दल इस बजट पर लालपीले हो रहे हैं. विरोधियों का सीधा आरोप है कि ये बजट देश को बेच देने वाला है. आम आदमी को इस बजट से कोई राहत नहीं मिली है. इसके साथ ही विपक्ष का आरोप ये है कि ये बजट पूरी तरह से चुनावी है क्योंकि जिनजिन राज्यों में चुनाव हैं वहां-वहां के लिए सरकार के पिटारे से सौगातों की बारिश हुई है. तो क्या वाकई ये बजट चुनावी है? देखें देश की बात.