तालिबान आतंक का सबसे खूंखार वैरिएंट हैं. आतंक के इस वैरिएंट के खात्मे के लिए अमेरिका ने अफगानिस्तान में 20 साल तक डेरा जमाए रखा. लेकिन वो कामयाब नही हो सका और उल्टे पांव भागने को मजबूर हो गया. इस वक्त अफगानिस्तान के किसी ना किसी शहर में तालिबानी आतंकियों के साथ वहां की आर्मी की जंग चल रही है. कई शहरों पर कब्जा हो चुका है. कई पर बाकी है. अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते खौफ के साथ ही पाकिस्तान भी तेजी से एक्टिव होने लगा है. पाकिस्तान इस मसले पर हिंदुस्तान के खिलाफ भी जहर उगलने से बाज नहीं आ रहा है. इमरान खान के मंत्री शेख रशीद अहमद ने कंधार से भारतीय कर्मचारियों की वापसी पर तंज कसा है. शेख रशीद ने कहा, हिंदुस्तान के पास अफगानिस्तान से कदम पीछे करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. यहां तक की शेख रशीद ने हिंदुस्तान पर ही आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगा दिया. देखिए ये रिपोर्ट.
With the return of US troops, the Taliban has started working on a strategy to rapidly occupy the territory of Afghanistan. In many cities of Afghanistan, the war between the army and Talibani terrorists is going on. Many cities have been already captured by the Taliban and many are left. With the increasing fear of the Taliban in Afghanistan, Pakistan has also become active aggressively. Imran Khan's minister Sheikh Rashid Ahmed has taken a jibe at the return of Indian employees from Kandahar. Watch this report to know more.