अमेरिका के टैक्सास में पीपीई किट पहने हुए एक डॉक्टर का फोटो वायरल हो रहा है जो एक इमोशनल वृद्ध मरीज को गले लगाए हुए है. फोटोग्राफर गो नाकामुरा ने डॉक्टर वरूण जोसेफ की ये तस्वीर क्लिक की है. डॉक्टर जोसेफ का कहना था कि ये व्यक्ति बहुत इमोशनल फील कर रहा था. (फोटो- Getty)
ये मरीज यूनाइटेड मेमोरियल मेडिकल सेंटर के कोरोना वायरस आईसीयू में इलाज करा रहा है. डॉक्टर जोसेफ के मुताबिक, ये शख्स थैंक्सगिविंग डे के दिन काफी इमोशनल था और आईसीयू में काफी अकेला महसूस कर रहा था और ये शख्स अपनी पत्नी को भी काफी मिस कर रहा था.
जोसेफ ने सीएनएन के साथ बातचीत में बताया कि कोरोना वायरस से जूझ रहे मरीजों को आईसीयू में काफी दिक्कत हो सकती है खासकर जब आप एक वृद्ध पेशेंट हो. कोई मरीज एक ऐसे रूम में होता है जहां लोग स्पेससूट जैसी दिखने वाली पीपीई पहनते हैं. आप किसी से बात नहीं कर सकते हैं और ना ही फोन पर बात कर सकते हैं. ये खासकर वृद्ध लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है क्योंकि उन्हें लगता है कि वे पूरी तरह से अकेले हैं.
जोसेफ लगातार 256 दिनों से काम कर रहे हैं. जोसेफ का कहना है कि उनका स्टाफ लोगों को बेहतर महसूस कराने की पूरी कोशिश करता है लेकिन मरीज लगातार आ रहे हैं जो नर्सों और डॉक्टर्स के लिए कड़ी चुनौती साबित हो रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार दिन में कुछ नर्सें रोने भी लगती हैं क्योंकि उन्हें लगातार काम करना पड़ रहा है और इतने सारे मरीज लगातार आ रहे हैं और ये कभी ना खत्म होने वाली कहानी जैसा लगता है.
जोसेफ ने कहा कि उन्हें इस बात से तकलीफ होती है कि लोग बाहर जाकर इस महामारी में भी निर्देशों का पालन नहीं करते हैं जिसके चलते डॉक्टर्स को परेशानी होती है. वे बार, रेस्टोरेंट, मॉल्स में जाते हैं और फिर संक्रमित हो जाते हैं लेकिन उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए ताकि मेरे जैसे हेल्थकेयर से जुड़े लोगों को रेस्ट का मौका मिल सके.